ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की अरिहंत आर्डन सोसाइटी में रहने वाले हैवीवेट मुक्केबाज सतीश कुमार यादव टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं। गुरुवार को उन्होंने पहले राउंड में जमैका के रिकार्डो ब्राउन को हरा दिया। आने वाले रविवार को वह क्वार्टर फाइनल मुकाबले में उज्बेकिस्तान के बखोदिर जलोलोव से भिड़ेंगे। उनकी इस कामयाबी से सोसाइटी और परिवार के लोगों में खुशी का माहौल है।
ग्रेनो वेस्ट की अरिहंत आर्डन सोसाइटी में रहने वाले सतीश कुमार यादव भारतीय सेना की 11वीं कुमाऊं रेजिमेंट में सिपाही हैं। बुलंदशहर जिले के गांव पसौता के निवासी सतीश कई वर्षों से ग्रेटर नोएडा वेस्ट में परिवार के साथ रहते हैं। सामान्य किसान किरणपाल यादव के बेटे सतीश यादव के बड़े भाई जयप्रकाश भी सेना में हैं। उनके दो छोटे भाई जितेंद्र और हरीश बॉक्सिंग सीख रहे हैं। उनकी माताजी गुड्डी देवी घरेलू महिला हैं। वह एक बेटा और एक बेटी के पिता हैं।
पहली बार ले रहे हिस्सा
सतीश की पत्नी सविता यादव ने बताया कि उनके पति सतीश पहली बार ओलंपिक में हिस्सा ले रहे हैं। ओलंपिक में भाग लेने वाले वह पहले भारतीय सुपर हैवीवेट मुक्केबाज हैं। बाकी परिवार बुलंदशहर में रहता है। सतीश के क्वार्टर फाइनल में पहुंच जाने से उनके गांव में खुशियों का माहौल है। अरिहंत आर्डन में भी लोग खुशियां मना रहे हैं।
बच्चों को मुफ्त पढ़ाएगा एस्टर पब्लिक स्कूल
ओलंपियन सतीश कुमार यादव के दोनों बच्चों को एस्टर पब्लिक स्कूल मुफ्त पढ़ाएगा। स्कूल के सीईओ वैभव शर्मा ने बताया कि सतीश कुमार सैनिक होने के साथ-साथ ओलंपिक में भाग लेकर देश का नाम रोशन कर रहे हैं। उनकी बेटी परी एस्टर पब्लिक स्कूल में कक्षा दूसरी की छात्रा हैं। उनका बेटा मीत पहली कक्षा में पढ़ता है। एस्टर पब्लिक स्कूल दोनों बच्चों की फीस खत्म करने का फैसला लिया है। जब तक वह एस्टर पब्लिक स्कूल में पढ़ेंगे उनसे फीस नहीं ली जाएगी।