रिपोर्ट- जीवेश तरुण
बिहार । बेगूसराय में बीते 6 अगस्त की संध्या पुलिस द्वारा एक किसान की बर्बरता पूर्वक पिटाई का मामला अब धीरे-धीरे उग्र रूप ले रहा है। आज लोगों का उबाल इस हद तक बढ़ गया की लॉकडाउन के बावजूद भी पुलिस के खिलाफ लोगों में आक्रोश दिख रहा था और जिले के संयुक्त संघर्ष किसान मोर्चा के बैनर तले एक रॉकी सॉन्ग मार्च निकालने पर उतारू थे । मामला जिले के डंडारी थाना क्षेत्र अंतर्गत मोहनपुर बांध के निकट की है। लोगों का आरोप है कि किसान बलहा निवासी सुरेश महतो की पिटाई के बाद स्थिति नाजुक बनी हुई है जो आज भी निजी अस्पताल में इलाजरत है। आक्रोशित लोग थाने में पदस्थापित एएसआई का निलंबन की मांग पर अड़े थे । इस बात की भनक लगते ही नगर थाना प्रभारी अमरेंद्र कुमार झा दल बल के साथ मार्च की तैयारी कर रहे स्थल माल गोदाम के निकट पहुंच लोगों को समझाने बुझाने में लग गए । तब तक बात प्रदेश प्रशासन तक पहुंच गई और किसानों के उग्र रूप की सूचना पाकर जिला कप्तान अवकाश कुमार एवं डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे के आश्वासन बाद लोग शांत हुए और जमा सैकड़ों की संख्या में भीड़ वापस लौटने के लिए तैयार हुए इस अवसर पर पीडित का भाई पूर्व जिला परिषद सदस्य दिलीप कुमार, रालोसपा के जिला अध्यक्ष श्याम बिहारी वर्मा, पूर्व मेयर आलोक कुमार अग्रवाल, सीपीआई नेता अनिल कुमार अंजान, भीम आर्मी के विजय पासवान ,राष्ट्रीय जनता दल के महासचिव रामसखा महतो, जन अधिकार पार्टी के अंजय कुमार पासवान, ज्वाला महतो, राजद नेत्री सावित्री देवी एवं रालोसपा नेत्री संजू प्रिया सहित दर्जनों महिला एवं सैकड़ों किसान इस मार्च में शामिल होने पर उतारु थे।