कोटद्वार। लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज के अंतर्गत सुखरो व पनियाली बीट के मिलान पर जंगल में चारापत्ती व लकड़ी लेने गई महिलाओं पर हाथी ने हमला कर दिया। हाथी के हमले में एक महिला की मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गई।
शिवपुर रेशम फार्म निवासी कांति देवी (65 वर्ष) व दमयंती देवी (55 वर्ष) अपने पड़ोस में रहने वाली सात महिलाओं के साथ जंगल में चारापत्ती लेने गई हुई थी। दोपहर करीब एक बजे जब वे जंगल में लकड़ी एकत्रित कर रही थी, तभी अचानक उन पर हाथी ने हमला कर दिया। हाथी के हमले में कांति देवी घायल होकर जमीन पर गिर गई, जबकि घायल दमयंती देवी ने जंगल की ओर दौड़कर अपनी जान बचाई। चीखने-पुकार सुनकर आसपास मौजूद महिलाएं आबादी की ओर दौड़ने लगी।
सूचना के बाद क्षेत्रीय जन महिलाओं को बचाने के लिए जंगल की ओर दौड़ पड़े। घायल दमयंती की बहन कादंबरी ने बताया कि घटनास्थल पर कांति देवी मृत हालत में पड़ी थी। हाथी ने उसका सिर कुचल दिया था। क्षेत्रवासी कांति देवी का शव लेकर सड़क तक पहुंचे। वहीं, कुछ युवा जंगल में दमयंती देवी की तलाश करते रहे। जंगल में कुछ दूर पर मिली दमयंती को युवाओं ने 108 की मदद से राजकीय बेस चिकित्सालय लेकर पहुंचे। चिकित्सकों ने बताया कि दमयंती देवी के पैर व हाथ में चोटें आई हुई हैं।
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चीला में सड़क पर आया हाथियों का झुंड
ऋषिकेश-चीला-हरिद्वार मार्ग पर शुक्रवार शाम करीब छह अचानक हाथियों का एक झुंड आ धमका। झुंड में करीब आठ हाथी थे। अचानक सड़क पर आए हाथियों को देखकर वाहन चालकों ने दूर ही गाड़ियां रोक दी।
गनीमत रही कि हाथी वाहनों को देखकर आतंकित नहीं हुए और सड़क को पार कर दूसरी ओर के जंगल में चले गए। हालांकि हाथी करीब 10 मिनट तक आस पास ही खड़े रहे। इस बीच सूचना पर पहुंचे चीला रेंज के वन कर्मियों ने वाहनों को सुरक्षित ढंग से पार कराया। चीला के रेंज अधिकारी अनिल पैन्यूली ने बताया कि सूचना पर तुरंत वन कर्मियों को मौके पर भेजा गया। हाथियों का झुंड शाम के वक्त अक्सर पानी पीने के लिए नदी का रुख करते हैं।