बांदा। बांदा जेल में शिफ्ट होते ही माफिया विधायक मुख्तार अंसारी की ‘मुख्तारीÓ नहीं चलेगी। भले अपराधी जेल को अपना सुरक्षित ठिकाना समझते रहे हैं, लेकिन अब वक्त बदला है। शासन के सख्त रुख से कानून का डंडा मजबूत हुआ है। इसकी बानगी माफिया के यहां आने से पहले ही दिख रही है। आठ अप्रैल तक उसको बांदा जेल में शिफ्ट किया जाना है। इसके लिए सोमवार को पुलिस और जेल प्रशासन की टीम बांदा से पंजाब के लिए रवाना होगी। चित्रकूटधाम परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक के. सत्यनारायण ने इसकी पुष्टि की है।
पंजाब से उप्र आ रहे माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर वर्तमान में हर जगह बातें आम हो चुकी हैं। जेल सूत्र बताते हैं कि उसे राजनीतिक बंदी नहीं मानते हुए विशेष सुविधाओं से वंचित रखा जाएगा। कभी एसी और निजी जेनरेटर जैसी व्यवस्थाओं के बीच जेल में रहने वाला माफिया इस बार कड़ी निगरानी में रहेगा। पेशी को लेकर कोर्ट आने-जाने के दौरान कुर्सी पर बैठा दिखने वाला मुख्तार जेल के अंदर भी लाचार ही नजर आएगा। उसका रसूख और पैसा उसकी ‘मुख्तारी’ चलाने में नाकाम साबित होगा।
सूत्र बताते हैं कि उसे आठ अप्रैल या उससे पहले ही किसी भी समय जेल में शिफ्ट किया जा सकता है। इसके लिए पंजाब सरकार ने उप्र सरकार को पत्र भी भेजा है। सूत्रों के मुताबिक, करीब दो साल तक बांदा जेल में रहने के दौरान माफिया को कई सुविधाएं भी 15 नंबर बैरक में मिली हुई थीं। इस बार उसके लिए तैयार की गई स्पेशल सेल में ऐसे इंतजाम नदारद हैं। वह आम बंदी की तरह ही रहेगा। उसकी बीमारी को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं का इंतजाम जरूर किया जा रहा है। डीआइजी (जेल) पीके पांडेय ने बुधवार को जेल की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था। रविवार को चित्रकूटधाम परिक्षेत्र आइजी के. सत्यनारायण ने जेल और स्थानीय प्रशासनिक व पुलिस अफसरों के साथ बैठक की है।
- सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर मुख्तार अंसारी को पंजाब से बांदा जेल लाने की कार्रवाई की जा रही है। सोमवार को जेल और पुलिस महकमे की टीम बांदा से पंजाब के लिए रवाना होगी। यही टीम माफिया को लेकर वापस लौटेगी। अभी उसे किस बैरक में रखा जाएगा, ये तय किया जा रहा है