नीरज शर्मा की खबर
बुलंदशहर। कोरोना संक्रमण के दौरान सरेंडर की गई बसें अगले माह फिर से रोड पर दौड़ने लगेंगी। जिले के विभिन्न रूटों पर संचालित करीब 375 बसों को तीन माह के लिए सरेंडर किया गया था। अनलाॅक-चार के दौरान लोगों की चहल-पहल शुरू होने से बस संचालकों ने बसों का संचालन करने को तैयारी शुरू कर दी हैं।
कोरोना संक्रमण के चलते लागू हुए लाॅकडाउन के दौरान परिवहन निगम की बसें समेत निजी बसों का संचालन मार्ग पर बंद हो गया था। लाॅकडाउन लागू के 120 दिन बाद भी संचालन न होने पर जून माह में निजी बस संचालकों द्वारा बसों को सरेंडर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। खर्च कम करने के लिए करीब 375 बसों को तीन माह के लिए सरेंडर कर दिया गया था। अन्य बसों के संचालकों द्वारा बस के संचालन होने की उम्मीद के चलते सरेंडर नहीं किया गया। सरेंडर की गई बसों की मियाद 30 सितंबर को समाप्त हो रही है। इस बीच अनलाॅक प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है। अनलाॅक-चार के दौरान मार्गों पर सवारियों में काफी इजाफा हुआ है। कई रूट तो ऐसे भी है जिन पर सवारियों के हिसाब से बसें नहीं मिल रही है। ऐसे में निजी बस संचालकों ने सरेंडर की गई बसों को वापस रोड पर लाने की तैयारी शुरू कर दी है। एक अक्तूबर से इन बसों का संचालन शुरू हो जाएगा।
एआरटीओ प्रशासन मोहम्मद कय्यूम ने बताया कि कोरोना काल के दौरान बसों का संचालन न होने पर तीन माह के लिए करीब 375 बस सरेंडर की गई थी। जो संचालकों द्वारा घाटे को कम करने के लिए की गई थी। सरेंडर की अवधि 30 सितंबर को समाप्त हो रही है, संचालकों ने सरेंडर की गई बसों को संचालन के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी हैं।