ग्रेटर नोएडा- अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा गौतम बुध नगर इकाई द्वारा शुक्रवार को इंटरनेशनल गुर्जर डे के अवसर पर गुर्जर सम्राट मिहिर भोज जयंती मनाई। इस अवसर ग्राम चिटहेरा के शिव मंदिर प्रांगण में वैदिक रीति रिवाजों से हवन का आयोजन किया गया और बाद में गुर्जर सम्राट मिहिर भोज के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया। इस मौके पर अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के जिला अध्यक्ष श्याम सिंह भाटी एडवोकेट ने बताया की गुर्जर सम्राट मिहिर भोज गुर्जर प्रतिहार वंश के प्रतापी सम्राट थे, जिन्होंने सनातन संस्कृति की मजबूती के लिए अनेक कार्य किये। गुर्जर सम्राट मिहिर भोज का जन्म संवत 873(816)भादो मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया दिन बृहस्पतिवार को बराह जयंती के दिन हुआ था। इनके प्रमुख नाम मिहिर भोज,आदि, बराह, और प्रभास थे। गुर्जर सम्राट मिहिर भोज के पिता का नाम रामभद्र और माता का नाम अप्पा देवी था। सम्राट मिहिर भोज ने 20 वर्ष की आयु में सिंहासन संभाला था। उनका साम्राज्य विस्तार आज के मुल्तान से पश्चिम बंगाल और कश्मीर से उत्तर महाराष्ट्र तक था सम्राट मिहिर भोज भगवान शिव के परम भक्त थे उन्होंने मलेच्छो से पृथ्वी की रक्षा की। उन्हें बराह भगवान का बड़ा अवतार भी बताया जाता है। कार्य अरब यात्री सुलेमान ने अपनी पुस्तक उत्ततवारिक 851में लिखा था कि गुर्जर सम्राट मिहिर भोज के पास घोड़ों की 36 लाख सैनिकों की विशाल सेना थी। उनके राज्य में सोने चांदी के सिक्कों से व्यापार होता था। गुर्जर प्रतिहार ने अरबों को 300 वर्ष तक भारत में प्रवेश करने से रोका सम्राट मिहिर भोज का विक्रम संवत 945 {888}ईसवी को 72 वर्ष की आयु में स्वर्गवास हो गया हो गया। इस मौके पर मुख्य रूप से उपदेश नागर, प्रमेंद्र भाटी, इंदर प्रधान, विकास भनोता,अजय भाटी, तेजा गुर्जर, जगबीर नम्बरदार, अनिल कसाना, विनोद लोहिया, विपिन नागर, नीरज भाटी ,जयवीर भाटी सत्येंद्र गुर्जर ,नीरज भाटी ,अतुल भाटी, प्रभांशु नागर, अक्षय चौधरी, राकेश सुनपुरा, राहुल चौधरी, राजकुमार रूपवास ,भीम सिंह, मनिंदर भाटी, बिल्लू प्रधान, मेहर चंद नागर आदि उपस्थित रहे।