हमले में सीआरपीएफ व पीएसी के सात जवान गंभीर रूप से ज़ख़्मी हुए थे
अयोध्या के राम जन्मभूमि परिसर में साल 2005 में हुए आतंकी हमले के मामले में इलाहाबाद की स्पेशल ट्रायल कोर्ट आज बृहस्पतिवार 30 नवम्बर को अपना फैसला सुनाया । आतंकी संगठन लश्करे तैयबा द्वारा कराए गए इस हमले में पांच आतंकवादी और एक टूरिस्ट गाइड समेत सात लोग मारे गए थे, जबकि हमले में सीआरपीएफ व पीएसी के सात जवान गंभीर रूप से ज़ख़्मी हुए थे।
नैनी सेन्ट्रल जेल में बनाई गई अस्थाई अदालत
सुरक्षा कारणों से इस केस का फैसला इलाहाबाद की नैनी सेन्ट्रल जेल में बनाई गई अस्थाई अदालत में सुनाया जाएगा। । हमले की जांच कर रही टीम ने इस मामले में बाद में पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इनमे दिल्ली की संगम विहार कालोनी में क्लीनिक चलाने वाला सहारनपुर का डा० इरफ़ान मास्टर माइंड है, जबकि बाकी चार लोग जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले के मेंडर इलाके के रहने वाले हैं। लश्करे तैयबा ने यह हमला विवादित ढाँचे को गिराकर देश का माहौल खराब करने और बाबरी मस्जिद की घटना का बदला लेने की नीयत से कराया था। उम्मीद जताई जा रही है कि अदालत आज सिर्फ गिरफ्तार पाँचों आतंकियों के दोषी होने या नहीं होने पर फैसला सुनाएगी और दोषी साबित होने पर इन्हे दी जाने वाली सज़ा बाद में तय करेगी।
अपडेट
अयोध्या में पांच जुलाई 2005 को हुए आतंकी हमले का मामला,
नैनी जेल स्थित विशेष कोर्ट पहुंचे स्पेशल जज प्रेमनाथ,
अयोध्या हमले के आरोपियों पर सुना सकते हैं फैसला,
अयोध्या पर हमले के पांच आरोपी नैनी जेल में हैं बन्द,
16 नवम्बर के सुनवाई पूरी होने के बाद फैसला हुआ था सुरक्षित,
सुनवाई के दौरान 57 गवाहों केे बयान हुए हैं दर्ज।