Home Breaking News अशोक गहलोत खेमा जुटा सचिन पायलट को बाहर करने में, साथ छोड़ा पांच खास साथियों ने
Breaking Newsराजनीतिराजस्थानराज्‍यराष्ट्रीय

अशोक गहलोत खेमा जुटा सचिन पायलट को बाहर करने में, साथ छोड़ा पांच खास साथियों ने

Share
Share

जयपुर। राजस्थान में कई दिनों से चल रहे सियासी जोड़तोड़ में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने डिप्टी रहे सचिन पायलट को प्रदेश की राजनीति से बाहर करने की कोशिश में जुटे हैं। पार्टी की कार्रवाई के बाद पायलट को झटके लग रहे हैं। उनके पांच विश्वस्त विधायकों ने साथ छोड़ दिया है। तीन दिन पहले तक अपने साथ 30 विधायकों का समर्थन होने का दावा कर रहे पायलट के पास अब सिर्फ 25 विधायक बचे हैं।

पांच खास साथियों के साथ छोड़ने से सचिन को लगा झटका

उनका साथ छोड़ने वालों में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, विधायक दानिश अबरार, चेतन डूडी, रोहित बोहरा व प्रशांत बैरवा शामिल हैं। ये सभी लोग पिछले साढ़े छह साल से पायलट के साथ काम कर रहे थे।पायलट के कारण ही इन्हें टिकट मिला और मंत्री बनाया गया। खाचरियावास पिछले सप्ताह तक पायलट के खास हुआ करते थे। शेष चारों विधायक रविवार को दिल्ली जाकर पायलट कैंप से वापस गहलोत खेमे में पहुंच गए।

गहलोत ने खुलकर पायलट पर तीन दिन तक हमला बोला

अब पायलट के पास कांग्रेस विधायकों की संख्या 19 रह गई है। हालांकि तीन निर्दलीय उनका समर्थन कर रहे हैं। वहीं भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो और माकपा के एक विधायक ने भी पायलट का साथ देने का वादा किया है। इस तरह पायलट के समर्थकों की संख्या 25 हो गई। प्रदेश के पुराने कांग्रेसियों का मानना है कि यह विवाद तभी शांत होगा, जब जब आलाकमान पायलट के लिए कोई नई भूमिका तय कर दे। गहलोत ने खुलकर पायलट पर तीन दिन तक हमला बोला।

See also  राम मंदिर के निर्माण में सरकार ने कितना पैसा खर्च किया, सीएम योगी ने बताई सच्चाई

भाजपा के साथ मिलकर सरकार गिराने सहित कई व्यक्तिगत आरोप भी लगाए। हालांकि पायलट ने गहलोत के खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाए। गहलोत के साथ उनके समर्थक भी पिछले पांच दिन से ऐसा माहौल बनाने में जुटे हैं कि पायलट को जल्द ही प्रदेश की राजनीति से बाहर कर दिया जाए। पायलट से पहले ही डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद छीन लिया गया। उनके विश्वस्त युवक कांग्रेस और सेवादल के अध्यक्षों को बदल दिया गया। साथ ही संगठन की प्रदेश से लेकर ब्लॉक स्तर की कार्यकारिणी भंग कर दी गई। कार्यकारिणी में अधिकांश समर्थक पायलट के ही थे।

Share
Related Articles
Breaking Newsव्यापार

Flipkart का IPO से पहला बड़ा कदम, सिंगापुर से ‘घर वापसी’ की तैयारी, जानिए क्यों किया जा रहा है ऐसा

नई दिल्ली: ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट को कथित तौर पर कंपनी के बेस या...

Breaking Newsखेल

‘थप्पड़ कांड’ से गरमाया माहौल, सीधे जमीन पर गिरा खिलाड़ी, VIDEO वायरल

IPL में हरभजन सिंह और एस. श्रीसंत के बीच का ‘थप्पड़ कांड’...