ग्रामीणों का आरोप, प्राधिकरण को वर्षों पुरानी समस्याओं का पता है, लेकिन समाधान के बजाए दिखावा कर रहे
नोएडा। ग्रामीणों की समस्याएं सुलझाने के लिए नोएडा प्राधिकरण की ओर से शुरू किया गया नोएडा आपके द्वार कार्यक्रम बंद कर दिया गया है। ग्रामीणों के विरोध के कारण फिलहाल इो बंद किया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि प्राधिकरण को उनकी वर्षों पुरानी आबादी, मुआवजे आदि की समस्याओं का पता है, लेकिन उनका समाधान करने के बजाए ऐसे कार्यक्रम कर दिखावा कर रहे हैं।
गांव से जुड़ी समस्याओं को जानने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने हर गांव में जाने का निर्णय लिया था। नोएडा प्राधिकरण के मुख्य महाप्रबंधक की अध्यक्षता में होने वाले नोएडा आपके द्वार कार्यक्रम में सिविल, जल, बिजली, स्वास्थ्य, भूलेख, नियोजन आदि विभाग के अधिकारी मौके पर लोगों की समस्याएं सुनते थे। प्राधिकरण के इस अभियान के तहत करीब एक दर्जन गांवों में समस्याएं सुनी गईं, मगर पिछले कुछ बार से इस कार्यक्रम में ग्रामीणों ने हंगामा करना शुरू कर दिया है। बादौली, छलेरा व सदरपुर में जमकर हंगामा हुआ। लोगों ने कार्यक्रम का बहिष्कार कर अधिकारियों को लौटा दिया। अधिकारियों के सामने ही पटवारियों पर डेढ़ से दो लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि प्राधिकरण नया नहीं है, जिसे यहां की वर्षों पुरानी समस्याओं का पता न हो। अब चुनाव का समय है, लोगों को वेबकूफ बनाने के लिए अधिकारी गांवों के चक्कर काट रहे हैं। हरौला में करीब सवा महीने से किसान धरने पर बैठे हैं, उनकी भी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है। इस बारे में प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल नोएडा आपके द्वार कार्यक्रम को बंद कर दिया गया है। गौरतलब है कि नोएडा क्षेत्र में 81 गांव हैं, लेकिन अभी तक नोएडा आपके द्वार कार्यक्रम एक दर्जन गांवों में ही हो पाया है।