संगठन के प्रस्तावित चरणबद्ध आंदोलन के तृतीय चरण में प्रदेश के समस्त जिला व परियोजना मुख्यालयों समेत जिला मुख्यालय अधीक्षण अभियंता कार्यालय बुलंदशहर पर एक दिवसीय शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन कार्यक्रम का हुआ आयोजन
आंदोलन के अगले चरण में प्रदेश के समस्त क्षेत्रीय मुख्यालयों पर दिनांक 22/02/2021 को एक दिवसीय शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन किया जायेगा
बुलंदशहर :- उत्तर प्रदेश के समस्त ऊर्जा निगमों में कार्यरत यांत्रिक संवर्ग के टैक्नीशियन कार्मिकों की लंबित मांगों व समस्याओं का ऊर्जा प्रबन्धन द्वारा समाधान न किये जाने से यांत्रिक संवर्ग में व्याप्त भारी रोष के दृष्टिगत क्षुब्ध होकर राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश की केंद्रीय कार्यकारिणी द्वारा नौ चरणों के प्रांतव्यपी आंदोलन के तृतीय चरण में प्रदेश के समस्त जिला एवं परियोजना मुख्यालयों समेत जोन मुख्यालय पर मुख्य अभियंता के समक्ष प्रबन्धन के ध्यानाकर्षण हेतु एक दिवसीय शांतिपूर्ण विरोध/धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें जिले/परियोजना के सैकड़ों टैक्नीशियन कार्मिकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। परियोजना/ जिला अध्यक्ष राजू सक्सेना ने बताया कि यांत्रिक संवर्ग की तमाम समस्याओं/ मांगों के समाधान हेतु दिनांक 05 फरवरी 2021 से प्रदेश के टैक्नीशियन (टी.जी.2) कार्मिक आंदोलनरत हैं जिसके तृतीय चरण में आज प्रदेश के समस्त जिला एवं परियोजना मुख्यालयों समेत जिला मुख्यालय बुलंदशहर पर प्रातः 10 बजे से सायं 05 बजे तक कोविड-19 की रोक-थाम हेतु शासन/प्रशासन स्तर से जारी समस्त दिशा-निर्देशों/ उपायों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करते हुए शांतिपूर्ण विरोध /धरना प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजन सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।
प्रदीप कुमार जिला सचिव ने कहा कि संघ कभी भी किसी आंदोलन के बजाय शांतिपूर्ण द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से समाधान का ही पक्षधर रहा है, किन्तु ऊर्जा प्रबंधन द्वारा लगातार हठधर्मिता/तानाशाही/ अड़ियल रुख अपनाया जा रहा है, जिस कारण यह टकराव की स्तिथि उत्पन्न हो रही है और आज प्रदेश के हज़ारों टैक्नीशियन कार्मिक आंदोलनरत होने पर विवश हैं। ऊर्जा प्रबंधन अपनी नाकामी को छुपाने के लिए संघ के शीर्ष नेतृत्व को डराने/धमकाने के उद्देश्य से नोटिस दे रहा है, जिसकी हम कड़ी निन्दा करते है।
विनोद कुमार(पश्चिमांचल संगठन सचिव) ने कहा कि आंदोलन के समस्त चरणों के दौरान पड़ने वाले साप्ताहिक एवं सार्वजनिक अवकाश के दिनों में टैक्नीशियन कार्मिकों द्वारा अति आवश्यक सेवाओं व उपकेंद्र परिचालन के अतिरिक्त राजस्व वसूली, विद्युत विच्छेदन, कैश काउंटर समेत अन्य किसी प्रकार के विभागीय कार्य संपादित नहीं किये जायेंगे।उन्होंने बताया कि यदि प्रबन्धन द्वारा अपनी हठधर्मिता छोड़ संवर्ग की समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता है तो अगले चरणों में आंदोलन और तीव्र होता जायेगा जिससे उत्पन्न होने वाली औद्योगिक अशांति के लिए प्रबन्धन ही जिम्मेदार होगा।
प्रवेश कुमार गौतम(जिला उपसचिव) ने कहा कि यदि ऊर्जा प्रबंधन कुम्भकर्ण की नींद नहीं जगता है, और कर्मचारियों की समस्याओं के समझकर समाधान नहीं करता है, तो हम आंदोलन मे मज़बूती से संघर्ष करेंगे, जिसमे समस्त कर्मचारी शत-प्रतिशत शामिल है।
आज सम्पन्न हुए एक दिवसीय शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन/धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में जन मानस को विद्युत आपूर्ति बाधित होने के कारण समस्या का सामना न करना पड़े, इसलिए अति आवश्यक सेवाओं व उपकेंद्र परिचालन में कार्यरत टैक्नीशियन कार्मिकों को आज एवं अग्रिम कार्यक्रमों के लिए मुक्त रखा गया है। विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में मुख्य रूप से .तेरस प्रसाद चौहान, नवनीत कुमार,गणेश दत्त,रूपेंद्र शर्मा व अन्य संघ सदस्य सम्मिलित रहे।