हैदराबाद(तेलंगाना) । ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) चुनाव के तहत शुक्रवार को हो रही मतगणना में विपक्षी भाजपा को शुरूआती रूझानों में मिली बढ़त का कोई खास फायदा नहीं मिलता नजर आ रहा है। वहीं, सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) तेजी से बढ़त बना रही है और नगर निकाय पर कब्जा करने के भगवा पार्टी के सपने को संभवत: पूरा होने से रोक सकती है। मतगणना के ताजा रूझानों के मुताबिक टीआरएस और असदुद्दीन ओवैसी नीत एआईएमआईएम ने सात-सात वार्डों में जीत दर्ज की।
टीआरएस करीब 61 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, भाजपा 43 सीटों पर आगे है। चुनाव एक दिसंबर को हुए थे। राज्य निर्वाचन आयुक्त (एसईसी) ने बताया कि कांग्रेस ने एक वार्ड में जीत दर्ज की है। ओवैसी की पार्टी 43 सीटों पर आगे चल रही है। यदि मौजूदा रूझान जारी रहता है तो भाजपा 2016 के चुनाव में मिली सिर्फ चार सीटों पर जीत की तुलना में इस बार बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। भगवा पार्टी ने वह चुनाव तेलुगू देशम पार्टी (तेदपा) के साथ गठबंधन कर लड़ा था। के. चंद्रशेखर राव नीत टीआरएस ने 2016 के चुनाव में 150 वार्डों में से 99 में जीत दर्ज की थी। मंगलवार को हुए जीएचएमसी चुनाव में मतपत्रों का इस्तेमाल किया गया था।
मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हुई और पहले डाक मतपत्रों की गिनती की गई। भाजपा डाक मतपत्रों की गिनती में अपने प्रतिद्वंद्वियों से करीब 80 वार्डों में आगे चल रही थी। चुनाव परिणाम स्पष्ट रूप से शाम तक आने की उम्मीद है। भाजपा ने इस चुनाव के लिए काफी जोरशोर से प्रचार किया था। पार्टी के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव प्रचार किया था। वहीं, टीआरएस राव के करिश्मे और मुख्यमंत्री के तौर पर उनके कामकाज पर निर्भर है।