कटिहार। इस बार प्राणपुर विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति बन गई है। यहां पर मतदान शुरू हो गया है। सात बजे से पहले ही यहां पर मतदाता केंद्रों पर पहुंचने लगे हैं। 13 प्रत्याशी इस बार यहां से मैदान में हैं। पूर्व मंत्री बिनोद सिंह के निधन के कारण भाजपा ने उनकी पत्नी निशा सिंह को यहां से टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस ने तौकीर आलम को उतारा है। निर्दलीय इशरत परवीन ने यहां के चुनाव को त्रिकोणीय रूप देने की भरसक कोशिश की है। पिछले चुनाव की बात करें तो बिनोद सिंह ने राकांपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही इशरत परवीन को पराजित किया था। यहां से कांंग्रेस प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहे थे।
प्राणपुर के प्रमुख मुद्दे :-
बाढ़ और कटाव : बाढ़ और कटाव यहां का मुख्य मुद्दा है। यहां पर बाढ़ के कारण बड़ी आबादी प्रभावित रहती है। साथ ही फसल को भी हर साल काफी नुकसान होता है। इसके स्थायी समाधान की मांग यहां के लोग लंबे समय से कर रहे हैं।
कृषि आधारित उद्योग की स्थापना : खेती-बारी यहां पर ठीक होता है। लिहाजा उत्पादन भी अच्छी होती है। लेकिन किसानों को उचित लाभ नहीं होता है। इस क्षेत्र में कृषि आधारित उद्योग की स्थापना अब तक नहीं हो सकी है।
बेहतर स्वास्थ्य सुविधा : स्वास्थ्य सुविधा के लिहाजे से भी यह क्षेत्र उतना विकसित नहीं है, जितना होना चाहिए। संसाधनों और चिकित्सा कर्मियों की कमी इसमें बाधक बन रहा है। इससे यहां के लोगों को छोटी-मोटी बीमारी का इलाज कराने के लिए भी जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल जाना पड़ता है।
सरकारी कॉलेज की स्थापना : प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र में सरकारी कॉलेज की स्थापना की मांग लंबे समय से की जा रही, लेकिन इसकी स्थापना अब तक नहीं हो सकी है।
मदनसाही व रजपुतिया घाट पर पुल निर्माण : दोनों जगहों पर पुल का निर्माण होना है। इसकी घोषणा भी हो चुकी है। पर अब तक कोई सार्थक प्रयास धरातल पर उतारने के लिए नहीं दिख रही है।
प्राणपुर विधानसभा के इस बार के प्रत्याशी
तौकीर आलम (कांग्रेस)
निशा सिंह, भाजपा (कमल)
अब्दुस सलाम (आजाद समजा पार्टी)
गंगा केवट (राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी)
दिलीप कुमार चौधरी (एकेडीपी)
मनोज मूर्मू (बीएमपी)
हसन महमूद अहमद (एआइएमआइएम)
अजय सिंह (निर्दलीय)
इशरत परवीन (निर्दलीय)
किशोर मंडल (निर्दलीय)
जावेद राही (निर्दलीय)
दिलीप कुमार दिवाकर (निर्दलीय)
सुदर्शन चंद्र पाल (निर्दलीय)