देहरादून: कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने उत्तराखंड के जैविक कृषि उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए इनकी मार्केटिंग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए जल्द ही प्रमुख स्थानों पर विशिष्ट कृषि आर्गेनिक उत्पाद के आउटलेट का निर्माण किया जाए।
गुरुवार को कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने उत्तराखंड के जैविक कृषि उत्पाद के संबंध में विभागीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि पहले चरण में 344 आउटलेट और 20 एक्सक्लूसिव आउटलेट, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन एवं प्रमुख स्थलों पर खोले जाएंगे। गुप्तकाशी, गंगोत्री, मुनिकी रेती, जोशीमठ, देवप्रयाग, जौलीग्रांट, कोटद्वार, रानीखेत, हरिद्वार, पौड़ी, पिथौरागढ़, चिन्यालीसौड़, चितई गोलू देवता मंदिर, हल्द्वानी, नैनीताल, देहरादून, मसूरी, श्रीनगर, नरेंद्रनगर व पंतनगर का चयन एक्सक्लूसिव आउटलेट के लिए किया गया है। आउटलेट पर खर्च होने वाले बजट की व्यवस्था परंपरागत कृषि विकास योजना एवं नमामि गंगे योजना के बजट से की जाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के जैविक उत्पाद की मार्केटिंग, पैकेजिंग, ब्रांडिंग आदि के लिए प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इसका मकसद कृषकों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाने के साथ ही बिचौलियों की व्यवस्था को समाप्त करना है। आउटलेट के निर्माण के लिए पर्वतीय क्षेत्रों में लोक निर्माण विभाग और मैदानी क्षेत्रों में मंडी परिषद को जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों को आउटलेट निर्माण स्थल का निरीक्षण करने को कहा गया है।
इसका मकसद उत्तराखंड में आने वाले तकरीबन सात करोड़ पर्यटकों को उत्पाद की विशेषता की जानकारी देकर उन्हें ब्रांड एंबेंसडर के रूप में उपयोग करने का है। बैठक में निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण हरविंद सिंह बवेजा, निदेशक कृषि केसी पाठक व निदेशक रेशम आनंद यादव आदि उपस्थित थे।