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गौतमबुद्धनगर में ब्लैक फंगस के 89 प्रतिशत मरीज हो चुके स्वस्थ

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नोएडा। जिले में ब्लैक फंगस के 89 प्रतिशत मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। अब भी दो मरीजों का इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा है। हालांकि, एक महीने पहले तक दवा की कमी के कारण मरीजों को सभी खुराक नहीं मिल पा रही थी, अब दवाएं मिल रही हैं।

जिले में अब तक 118 ब्लैक फंगस के मरीज मिले हैं, जिनमें से इलाज के दौरान 11 मरीजों की मौत हो गई। वहीं, 105 मरीज स्वस्थ हुए। अब भी दो मरीजों का इलाज चल रहा है। इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या में कमी आई है। दूसरी लहर के बाद ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या काफी बढ़ी थी, जिसके बाद दवाओं की उपलब्धता मेरठ से करा दी गई थी। इस कारण यहां के मरीजों को मेरठ जाकर दवा लानी पड़ती थी, जिससे उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

अब मरीजों के इलाज में इस तरह की परेशानी नहीं है। कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों को ब्लैक फंगस बीमारी हुई। विशेषज्ञों ने इसके कई कारण बताए थे, जिसमें लगातार ऑक्सीजन सपोर्ट पर रहना और दवाओं का सेवन आदि बताया गया था। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या काफी कम हो गई है। अब जिले में दो मरीजों का ही इलाज चल रहा है। ये मरीज भी धीरे-धीरे ठीक हो जाएंगे। कोरोना संक्रमण में कमी के बाद ऐसे मरीज की संख्या तेजी से कम हुई है।

दवाओं को लेकर मारामारी रही

एक महीने पहले तक ब्लैक फंगस के मरीजों की दवाओं को लेकर मारामारी थी। शासन ही ऐसे मरीजों को दवा उपलब्ध करा रहा था। मंडल स्तर पर एक कमेटी के गठन के बाद दवाएं दी जा रही थीं। इससे जिले के मरीजों के तीमारदार मेरठ जाकर दवा लाते थे। दवाओं की कमी के कारण पूरी खुराक नहीं मिल पा रही थी। मरीजों की स्थिति के हिसाब से सीएमओ की संस्तुति पर दवा मिलती थी। अब स्थिति सामान्य हो गई है।

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