बिलासपुर। बाहरी लोगों के लगातार संपर्क में आने के कारण आटो चालकों को स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के लिए उच्च जोखिम की श्रेणी में रखा है। अब जिले के चार आटो चालकों का कोरोना जांच करने का निर्णय लिया गया है। इनकी जांच 18 से 21 मार्च तक चलेगी। रेलवे स्टेशन में हर दिन 300 से ज्यादा यात्रियों की जांच की जा रही है। वहीं हजारों लोगों का रोजाना ट्रेन के माध्यम से बिलासपुर आना हो रहा है। जब ये यात्री बाहर निकलते हैं तो घर जाने के लिए आटो रिक्शा करते हैं।
इसके अलावा बस व अन्य माध्यमों से भी पहुंचने वाले भी आटो का उपयोग करते हैं। ऐसे में जाने-अनजाने आटो चालकों के कोरोना से संक्रमित होने की आशंका है। इस खतरे को देखते हुए आटो चालकों की कोरोना जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की एक विशेष टीम बनाई जा रही है। इस दौरान टैक्सी चालकों की भी जांच होगी।
22 को कुलियों की होगी जांच
आटो चालकों की तरह रेलवे स्टेशन में काम करने वाले कुलियों को भी उच्च जोखिम की श्रेणी में रखा गया है। ऐसे में जिला कुली संघ से सभी सदस्यों की सूची मांगी गई है। सूची मिलने के बाद 22 मार्च को सभी कुलियों की कोरोना जांच होगी। जरूरत पड़ने पर इनके परिवार के सदस्यों का भी सैंपल लिया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल ने लगवाया टीका
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मंगलवार को बिल्हा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहले चरण का कोरोना का टीका लगवाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के अवसर पर कोरोना मुक्त समाज के संकल्प के साथ हम टीकाकरण अभियान में भाग ले रहे हैं।
उन्होंने अपील की कि सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोरोना मुक्त भारत अभियान में जुड़कर सहभागी बने। इस दौरान प्रदेश महामंत्री भूपेंद्र सवन्नी ने भी सपरिवार टीका लगावाया। पूरे देश में भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के अपील पर प्रत्येक पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता सहभागी बन रहे हैं और आम लोगों को भी इस अभियान से जुड़ने की अपील की जा रही है।