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जानें- यात्री सुविधा से लेकर नेटवक रूटों तक सबकुछ, मेक इन इंडिया पर जोर

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नई दिल्ली। 1 फरवरी यानी आज के दिन देश का आम बजट पेश किया गया। इस दौरान रेलवे को लेकर भी बड़ी सौगात दी गई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा कि भारतीय रेलवे ने भारत के लिए एक राष्ट्रीय रेल योजना – 2030 तैयार की है। इसके अलावा मंत्री ने  रेलवे के लिए 1,10,055 करोड़ रुपये की एक रिकार्ड राशि प्रदान की है, जिसमें 1,07,100 करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय के लिए है।

सीतारमण ने बताया कि एक राष्ट्रीय रेल योजना के तहत 2030 तक भविष्य के लिए तैयार रेलवे तंत्र को सृजित करना है। उन्होंने कहा कि हमारे उद्योगों के लिए परिवहन लागत को कम करना मेक इन इंडिया को समर्थ बनाने के लिए हमारी रणनीति का मुख्य बिंदु है। यह संभावना है कि पश्चिमी समर्पित भाड़ा कोरिडोर (DFC) और पूर्वी डीएफसी जून 2022 तक चालू हो जाएगा।

कोरिडोर के बारे में जानकारी

-सीतारमण ने कहा- 2021-22 में पूर्वी डीएफसी का सोननगर-गोमो खणड (263.7)कि.मी पीपीपी मोड में शुरू किया जाएगा। 274.3 कि. मी. का गोमो-दानकुनी खणड भी इसके तत्काल बाद शरू किया जाएगा।

-सीतारमण ने बताया- हम भावी समर्पित भाड़ा कोरिडोर परियोजनाओं को निष्पादित करेंगे। नामतः खडगपुर से विजयवाड़ा तक पूर्व तट कोरिडोर, भुसावल से खडगपुर से दानकुनी तक पूर्वी पश्चिमी कोरिडोर और इटारसी से

विजयवाड़ा तक उत्तर दक्षिण कोरिडोर। प्रथम चरण में विस्तृत परियोजना रिपोर्टे निष्पादित की जाएंगी।

-बिजली से चलने वाली ट्रेनों के लिए दायरा बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बजट भाषण में बताया कि 46 हजार किलोमीटर रेलवे लाइन पर ट्रेनें बिजली से दौड़ेंगी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि एनआरपी (National Rail Plan) 2023 के ड्राफ्ट पर तेजी से काम किया जा रहा है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि देश में सिर्फ एक निर्माणाधीन बुलेट ट्रेन परियोजना है, जो मुंबई को अहमदाबाद से जोड़ेगी।

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यात्री सुविधा और सुरक्षा के लिए क्या?

इस मामले पर बात करते हुए मंत्री ने कहा कि हम यात्रियों के लिए एक बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए पर्यटक रूटों पर सौन्दर्यपरक रूस से डिजाइन किए गए बिस्टाजोम एलएचवी कोच आरंभ करेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि गत कुछ वषों में किए गए सुरक्षा उपायों के परिणाम प्राप्त हुए हैं। इस प्रयास को और अच्छा करने के लिए भारतीय रेलवे के उच्च घनत्व नेटवर्क और उच्च उपयोग किए गए नेटवर्क रूटों को देसी रूप से विकसित स्वचालित ट्रेन संरक्षण प्रणाली प्रदान की जाएगी जो मानवीय त्रुटि के कारण ट्रेन टकराने को समाप्त करेगी।

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