शाहजहांपुर: तीन तलाक से मजलूम महिलाएं न्याय के लिए पुलिस और कोर्ट के चक्कर लगा रही है लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन तीन तलाक को लेकर शख्ती नही दिखा रही।तीन तलाक अध्यादेश जारी होने के बाद भी मुश्लिम महिलाएं तीन तलाक से पीड़ित हो रही है। जहाँ सरकार इस मुद्दे को लेकर सख्त नजर आ रही है। तो वही पुलिस प्रशासन को इसकी कोई फिक्र नही ।ऐसी ही तीन तलाक की पीड़ा से गुजर रही है जनपद शाहजहाँपुर की अर्शी
पीड़िता अर्शी जलालाबाद थाना क्षेत्र में इसरार नगर की रहने वाली है पीड़िता की शादी कटरा थाना क्षेत्र के मोहल्ला इस्लाम नगर निवासी सिराज अहमद के साथ 2016 मे हुई थी। शादी के बाद ही ससुराल वाले पीड़िता को दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे जब पीड़िता ने विरोध किया तो पति इसरार अहमद ने करीब 5 माह पूर्व दूसरी शादी कर ली पीड़िता को जब पता चला कि उसके पति ने दूसरी शादी कर ली तो पीड़िता ने विरोध किया तो पति इसरार अहमद ने स्पष्ट रूप से पीड़िता को तीन तलाक दे दिया और यह कहकर घर से निकाल दिया कि अब हमारा और तुम्हारा कोई संबंध नही तुम्हे जो करना हो करो तब से पीड़िता न्याय के लिए कटरा थाने में चक्कर लगा रही है। न्याय न मिलने पर मजबूर होकर पीड़िता ने अपर पुलिस अधीक्षक अपर्णा गौतम को अपनी आप बीती सुनाई जिसे सुनकर अपर पुलिस अधीक्षक अपर्णा गौतम भाबुक हो गयी और उन्होंने पीडिता को न्याय दिलाने का आश्वाशन दिया।