नीरज शर्मा की रिपोर्ट
बुलंदशहर। पितृपक्ष शुरू होने के बाद उप्र परिवहन निगम के लिए परेशानियां खड़ी हो गई हैं। कोरोना काल में जहां पहले से यात्रियों की संख्या कम चल रही थी, वहीं, पितृपक्ष शुरू होन पर यात्रियों के अभाव में बसें खाली दौड़ रही है। जिससे प्रतिदिन निगम को हजारों रुपये का नुकसान हो रहा हैं।
बुलंदशहर डिपो पर करीब 110 बसें विभिन्न मार्गों पर संचालित हो रही हैं। कोरोना काल के चलते उप्र परिवहन निगम की बसें अन्य राज्यों में संचालित न होने से पहले ही घाटे में चल रही थी, वहीं, थोड़ी कसर पितृपक्ष शुरू होने से होने लगी हैं। जिसके चलते बुलंदशहर डिपो की अधिकांश बसें खाली दौड़ रही है। बसों के खाली दौडऩे से डिपो को प्रतिदिन 40 से 50 हजार रुपये का नुकसान हो रहा है। वहीं, डिपो के अफसर लगातार राजस्व बढ़ाने को लेकर योजनाएं बना रहे है, जिससे राजस्व का अधिक नुकसान न हो।
बुलंदशहर डिपो के एआरएम धीरज सिंह पंवार ने बताया कि पितृपक्ष के चलते बसों में यात्रियों की संख्या में गिरावट आई है। राजस्व का अधिक नुकसान न हो इसके लिए जिस मार्ग पर अधिक यात्री निकल रहे है उस मार्ग पर बसों के फेरे बढ़ाए जा रहे हैं। साथ ही अन्य योजनाएं भी बनाई जा रही हैं।