गाजियाबाद। केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के आंदोलन कर रहे किसानों और सरकार के बीच गतिरोध अभी थमता नजर नहीं आ रहा है। दिल्ली-गाजियाबाद को जोड़ने वाले गाजीपुर बॉर्डर स्थित धरनास्थल पर शुक्रवार सुबह से ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आने के इंतजार में किसानों के बीच गहमागहमी बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली दौरे पर आईं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शुक्रवार को गाजीपुर बॉर्डर पर आने का कार्यक्रम है। ममता के आने से पहले ही धरनास्थल पर सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। बंगाल की मुख्यमंत्री के आगमन को देखते हुए पुलिस ने धरना स्थल के आसपास गहनता से जांच की। वहीं बम निरोधक दस्ता व खुफिया विभाग भी अलर्ट पर रहा।
भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि मीडिया के माध्यम से पता चला कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के गाजीपुर बॉर्डर पर आने की संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार बात नहीं मान रही है। बॉर्डर पर और पक्के टेंट डालने पड़ेंगे। यूपी समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के प्रश्न पर राकेश टिकैत ने कहा कि 5 सिंतबर को मुजफ्फरनगर की महापंचायत में आगामी रणनीति को लेकर बैठक करेंगे। किसानों ने लखनऊ समेत पूरे यूपी में आंदोलन का प्लान बनाया है। लोकतांत्रिक प्रणाली में किसान अपनी बात कहने का तरीका अजमा रहे हैं। सरकार कैसे सुनेगी यह देखते हैं। आंदोलन कमजोर नहीं होगा, हम आंदोलन करते रहेंगे। किसान देशभर में जाकर पंचायत करेंगे। इसके सिवाय किसान और क्या कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल चुनाव में किसानों ने पंचायत कर कहा था कि बीजेपी को वोट न दें। साथ ही ममता बनर्जी ने आश्वासन दिया था कि किसानों को लेकर सरकार से बात करेंगी। इस दौरान भाकियू नेता राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश सरकार पर भी निशान साधा। उनका कहना है प्रदेश में कम काम हुआ।