पीलीभीत टाइगर रिजर्व में आज माला वन रेंज में दो बाघ शावकों के शव मिले हैं। दोनों के गले में चोट के निशान देखकर वनाधिकारी बाघ द्वारा मार डालने की बात कह रहे हैं। शव पोस्टमार्टम के लिए बरेली आइवीआरआइ भेज दिए गए हैं। माला वन रेंज के धमेला कंपार्टमेंट संख्या 120 में वन कर्मचारियों ने दो बाघ शावकों के शव पड़े देखे।
प्रभागीय वनाधिकारी कैलाश प्रकाश, एसडीओ केपी सिंह और रेंज अफसर मौके पर पहुंचे। मृत शावकों में एक नर एवं एक मादा था। दोनों की उम्र करीब छह माह बताई गई। वन अधिकारियों का कहना है कि दोनों शावक अपनी मां के साथ थे इसी बीच मिलन के लिए नर बाघ ने शावकों को मार डाला। पोस्टमार्टम के दौरान बरेली वृत के वन संरक्षक वीके सिंह भी आइवीआरआइ पहुंचे और जानकारी ली। वन संरक्षक ने बताया कि बाघ ने ही दोनों शावकों को मारा है क्योंकि इतने छोटे बच्चों की खाल या अन्य अंग किसी काम के नहीं होते। उनके अनुसार कर्मचारी ने मौके पर नर एवं मादा बाघ को काफी देर तक बैठे देखा था। लखनऊ से आए अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है।
बिजनौर के नलकूप में गुलदार के शावक
बिजनौर के ग्राम छाल के जंगल में सरकारी नलकूप में गुलदार के दो शावक मिले हैं। वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंच गए लेकिन रेंजर के इंतजार में देर शाम तक इनको नहीं निकाला जा सका। दो दिन पूर्व ग्राम छाल निवासी किसान सुंदर गुर्जर अपने खेत में पड़ा भूसा उठाने गया था। पर मादा गुलदार को देख उलटे पांव लौट आया। उसने गांव आकर लोगों को सुरक्षा की बाबत सावधान रहने को कहा था।
बुधवार को इसी खेत के पास सरकारी नलकूप की खराब मोटर को निकालने सरकारी आपरेटर व ग्रामीण गए तो वहां मादा गुलदार दिखाई दी। बाद में ग्रामीण पहुंचे तो मादा गुलदार वहां से चली गयी। मोटर निकालने के लिए नलकूप में झांका तो दो शावक दिखाई दिए। सूचना पर हीमपुर दीपा पुलिस व वन विभाग की टीम पहुंच गयी। मगर देर शाम तक रेंजर सतीश कुमार चौधरी के मुरादाबाद की बैठक से न लौटने पर शावकों को बाहर नहीं निकाला जा सका।