अंकुर अग्रवाल की ख़बर
अक्टूबर गांधी जयंती पर भारतीय किसान यूनियन में आज सैकड़ों की तादाद में इकट्ठा होकर, किसान कौशांबी थाना क्षेत्र के यूपी गेट पहुंचे और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कि गई। और किसानों ने कहा कि सरकार की मत मारी गई है, सरकार को सदगति और सद्बुद्धि मिले इसके लिए सैकड़ों की संख्या में इकट्ठे हुए किसानों ने हवन और यज्ञ किया है।
सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा हुए किसानों ने किसान विरोधी नीतियों के चलते केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की यूपी गेट पर पहुंचकर किसान क्रांति दिवस के रूप में मनाते हुए हवन पूजा और यज्ञ किया। किसान विरोधी नीतियों के चलते केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। आपको बता दें कि सरकार की किसान विरोधी नीति और आवाज दबाने और कुचलने के प्रयास में किसान हर साल बड़ी तादाद में इकट्ठा होकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हैं। पुलिस किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए यूपी गेट दिल्ली यूपी बॉर्डर को छावनी में तब्दील कर दी है।
गौरतलब है कि 2018 में 2 अक्टूबर को हजारों की संख्या में इकट्ठा होकर किसान हरिद्वार से दिल्ली जा रहे थे पुलिस ने किसानों को यूपी गेट पर रोकने की कोशिश की थी। लेकिन उत्तर प्रदेश में इकट्ठा हुए किसानों ने आगे बढ़ने का मन बना लिया था किसानों ने वापस लौटने से इंकार कर दिया था। जिसके चलते गाजीपुर दिल्ली बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान इकट्ठा हुए थे।आंदोलनकारियों व किसानों को हटाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज भी किया था। तभी से भारतीय किसान यूनियन ने तय कर लिया कि हर साल इस तारीख को किसान क्रांति दिवस के रूप में बनाकर अपना विरोध दर्ज करेंगे। जिसके चलते आज सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा हुए किसानों ने यूपी गेट पहुंचकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और हवन, यज्ञ कर विरोध प्रदर्शन किया। किसान विरोधी नीतियों के चलते केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की किसानों ने कहा कि सरकार की मत मारी गई है। सरकार को सदगति और सद्बुद्धि मिले इस के लिए इकट्ठा हुए सभी किसानो ने हवन और यज्ञ किया ।