नई दिल्ली। पाकिस्तान के चीफ जस्टिस गुलजार अहमद ने प्रधानमंत्री इमरान खान को चेतावनी दी है कि अगर 2019 से कोहाट में बंद आरिफ गुल को कोर्ट में पेश नहीं किया गया तो सुप्रीम कोर्ट पीएम इमरान खान के खिलाफ समन जारी करेगा.
डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस गुलजार अहमद ने सरकार से कहा है कि अगर आरिफ गुल को कोर्ट में पेश नहीं किया जा सकता है तो वह कोर्ट को लॉक कर दें. तीन जजों की बेंच का नेतृत्व करते हुए जस्टिस गुलजार ने आरिफ गुल के रिश्तेदारों की ओर से दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका को स्वीकार करते हुए इमरान सरकार से इस बारे में जानकारी मांगी.
पिछले हफ्ते ही सुप्रीम कोर्ट ने कैदी आरिफ गुल को सोमवार को कोर्ट में पेश करने को कहा था. लेकिन खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के महाधिवक्ता साजिद इलियास ने कहा कि इतनी दूर से यहां बंदी को पेश करना बहुत मुश्किल है. चूंकि इस्लामाबाद से कोहाट की दूरी बहुत ज्यादा है। न्यायमूर्ति अहमद ने अपनी रिपोर्ट में महाधिवक्ता से कहा कि अगर गुल को अदालत में पेश नहीं किया गया तो न्यायपालिका के पास पूरे रक्षा मंत्रालय को तलब करने की पर्याप्त शक्ति है.
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, पाकिस्तान के कानूनी समुदाय ने अपनी खोखली सोच को उजागर करते हुए प्रधान न्यायाधीश गुलजार अहमद को पत्र लिखकर गुरुवार को होने वाली पाकिस्तान के न्यायिक आयोग की बैठक को स्थगित करने की मांग की है. इस बैठक में लाहौर हाई कोर्ट की जस्टिस आयशा ए मलिक को प्रमोशन के जरिए सुप्रीम कोर्ट में लाने पर फैसला लिया जाना है. अगर ऐसा होता है तो आयशा पाकिस्तानी न्यायपालिका के इतिहास में सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज बन जाएंगी। लेकिन ऐसा होने से पहले ही उनकी राह में रोड़े अटका रहे हैं। पाकिस्तान बार काउंसिल (PBC) के उपाध्यक्ष खुशदिल खान और कार्यकारी समिति के अध्यक्ष मुहम्मद मसूद चिश्ती ने ऐसा करने में विफल रहने पर सभी अदालती सुनवाई का बहिष्कार करने की घोषणा की है।