अंकुर अग्रवाल की ख़बर
ग़ाज़ियाबाद: राममंदिर शिलान्यास के मौके पर आज गाज़ियाबाद सांसद जरनल केंद्रीय राज्य सड़क परिवहन मंत्री वी के सिंह व उत्तर प्रदेश स्वास्थ राज्य मंत्री अतुल गर्ग गाज़ियाबाद चौपला मंदिर स्थित पुराने हनुमान मंदिर में राम दरबार की स्थापना की और प्रशाद का वितरण किया और पत्रकारों से हुई वार्ता में अतुल गर्ग ने कहा कि राम मंदिर बनने में गाज़ियाबाद के लोगो ने अपनी जान की आहुति दी हैं
विपक्ष पर राजनीति का आरोप लगाते कहा कि विपक्ष का काम राजनीति करना हैं और सांसद जनरल वीके सिंह अयोध्या राम मंदिर शिलान्यास को लेकर देशवासियों को शुभकामनाएं दी साथ ही कारसेवको को शुभकामनाये दी इसके साथ ही विपक्ष पर निशाना साधा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को ना बुलाये जाने पर जरनल ने कहा कि covid19 को लेकर यह फैसला लिया गया हैं और इसमें कुछ चुने हुए लोगो को ही बुलाया गया हैं । किसके साथ आप देख सकते हैं किस प्रकार से एक तरफ मंत्री दी कोविड-19 का हवाला देते हुए अयोध्या राम मंदिर पर वशिष्ट नेताओं को ना बुलाने की बात कह रहे हैं वही गाजियाबाद में मंत्री जी के साथ भारी संख्या में लोग चल रहे हैं और मुंह पर मास्क इकाइयों ने नहीं लगाए हैं शायद इन लोगों को कोविड-19 का डर नहीं है
जनरल वीके सिंह से पूछे गए सवाल पर उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कोरोना काल की वजह से भीड़ घटी नहीं की गई ऐसे में मुरली मनोहर जोशी और लालकृष्ण आडवाणी दोनों ही वरिष्ठ नेताओं में शुमार हैं और दोनों ने बड़ा लंबा संघर्ष किया था वह भी राम मंदिर के लिए ऐसे में अगर उन्हें नहीं बुलाया गया तो सवाल बहुत सारे खड़े होते हैं लेकिन आखिरकार इस राजनीति के बीच जो अच्छी बात थी वो ये कि आखिरकार कोर्ट से न्याय मिलने के बाद राम मंदिर का रास्ता साफ हुआ और आज 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की नींव रखी गई