नीरज शर्मा की खबर
बुलंदशहर। उपचार के दौरान लापरवाही बरतने से एक और महिला की मौत हो गई। प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने शनिवार को जहांगीराबाद नगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। परिजनों ने महिला की मौत होने पर चिकित्सकों पर उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर विभागीय अफसरों से कार्रवाई की मांग की हैं।
जहांगीराबाद क्षेत्र निवासी अरुण कुमार ने बताया कि उसकी बहन पुष्पा की शादी डेढ़ वर्ष पूर्व नगर के जसर दरवाजा निवासी जयप्रकाश के साथ हुई थी। शनिवार को प्रसव पीड़ा होने पर ससुराल पक्ष के लोगों ने एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। अस्पताल संचालक द्वारा नार्मल डिलीवरी की बात कहकर परिवार के सदस्यों से करीब १० हजार से अधिक की धनराशि भी जमा करवा ली थी। आरोप है कि अस्पताल के चिकित्सकों और स्टाफ द्वारा उपचार में लापरवाही बरती गई। शाम को डिलीवरी होने के बाद बहन की ब्लीडिग़ जारी रहने पर रात्रि नौ बजे अस्पताल स्टाफ ने हाथ खड़े कर दिए और बुलंदशहर ले जाने की सलाह दी। बुलंदशहर के जिला महिला अस्पताल समेत कई निजी अस्पताल में दिखाया, लेकिन चिकित्सकों द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। संबंधित अस्पताल पर कार्रवाई की मांग करते हुए स्वास्थ्य अफसरों से शिकायत की हैं।
पड़ोसी अस्पताल में १५ दिन पूर्व हुई थी मौत
जहांगीराबाद नगर क्षेत्र में उपचार के दौरान लापरवाही से मौत का मामला गत माह में दूसरा मामला हैं। संबंधित अस्पताल के निकट दूसरे अस्पताल में आठ सितंबर को डिलीवरी के दौरान एक नवजात की मौत हो गई थी। जिसे स्वास्थ्य अफसरों ने महज सील कर इतिश्री कर ली। जबकि जिले में काफी संख्या में अप्रशिक्षित लोगों द्वारा उपचार अभी भी जारी हैं। अगर स्वास्थ्य विभाग अप्रशिक्षित लोगों पर कार्रवाई के लिए अभियान चलाता तो शायद आज महिला जिंदा होती।
मामला संज्ञान में नहीं हैं। शिकायत मिलती है तो संबंधित अस्पताल की जांच कराई जाएगी। अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा लापरवाही बरतने पर संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अपंजीकृत अस्पतालों पर भी जल्द कार्रवाई के लिए अभियान चलाया जाएगा। – डॉ. भवतोष शंखधर, सीएमओ