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शिक्षा व रोजगार सवाल पर AISF का जीडी कॉलेज मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन

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रिपोर्ट- जीवेश तरुण

बिहार । समान शिक्षा प्रणाली लागू करो, गरीब लाचारों को शिक्षा से वंचित करने वाली नई शिक्षा नीति 2020 वापस लो, बेरोजगारों को रोजगार या बेरोजगारी भत्ता दो, केजी से पीजी तक एससी एसटी के सभी छात्रों एवं छात्राओं को मुफ्त में शिक्षा देने की के सरकार के आदेश को धरातल पर लागू करो, कोरोना महामारी को देखते हुए नीट, नेट ,जेईई सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तिथि बढ़ाया जाए, शिक्षा एवं विश्वविद्यालयों के निजीकरण पर रोक लगाओ सहित विभिन्न सवालों को लेकर ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन बेगूसराय जिला परिषद के बैनर तले आज दिनांक 3 सितंबर 2020 को अपने राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत दोषपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया।
छात्रों का क्रांतिकारी जत्था पटेल चौक स्थित अपने जिला कार्यालय से जुलूस की शक्ल में संगठन के जिला मंत्री किशोर कुमार एवं कोषाध्यक्ष अमरेश कुमार के नेतृत्व में निकला। मार्केट का भ्रमण करते हुए जी डी कॉलेज पहुंचा। जी डी कॉलेज कैंपस का भ्रमण करते हुए जुलूस सरकार विरोधी नारेबाजी लगाते हुए कॉलेज गेट पर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। सभा की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष सजग सिंह कर रहे थे। मौके पर सभा को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अमीन हमजा ने कहा कि सरकार ने कोरोना महामारी की आड़ में देश को लूटने का काम कर रही है।
पहले पेट्रोल डीजल का दाम बढ़ाया, रेलवे को निजी हाथों में बेचा, सरकारी प्रतिष्ठानों को निजी हाथों में सौंप दिया, बिना शिक्षाविदों से राय लिए देश की शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने वाली शिक्षा नीति 2020 को देश के अंदर थोप दिया और वर्तमान समय में पूरे बिहार भर के स्कूलों कॉलेजों में मनमाने तरीके से फीस वसूल कर लूट खसोठ करने की छूट दे रखी है, सरकार को जनता की कोई चिंता नहीं सिर्फ तिकड़म करके सत्ता पाना चाहती है।अपने अध्यक्षीय भाषण में जिला अध्यक्ष सजग सिंह ने कहा कि लगातार जीडीपी घट कर-24% आ चुकी है, बेरोजगारों की लंबी फौज खड़ी है, जितने भी लाभ देने वाले सरकारी कंपनियां या संस्थान थे जैसे बीपीसीएल ,रेलवे और एयरपोर्ट इन सभी चीजों को सरकार अपनी नेत्र व्यवसायियों के हाथों बेच रही है और अब सरकार नई शिक्षा नीति के जरिए देश की शिक्षा को भी निजी हाथों में बेचने की साजिश कर रही है। पढ़ाई पूरी तरह से ठप है फिर भी सरकार प्रतियोगिता परीक्षा को स्वच्छ समय लेने पर उतारू है यह सिर्फ इसलिए कि उनको छात्रों के स्वास्थ्य एवं वैसे गरीब छात्र जो निजी वाहनों का बोझ नहीं उठा सकते हैं उनके दिल के अरमानों को कुचलने की पूरी तैयारी है। वह सिर्फ इसलिए की इन प्रतियोगी परीक्षाओं में जो फॉर्म भराता है उससे सरकारी खजाने में बढ़ोतरी होती है।
जिला मंत्री किशोर कुमार एवं कोषाध्यक्ष अमरेश कुमार ने सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि एक तरफ कोरोना महामारी का कोई इलाज व्यवस्था नहीं है दूसरी ओर प्रधानमंत्री केयर फंड में 3000 70 करोड़ रुपए जमा करके मात्र 5 दिनों में भाजपा के प्रधानमंत्री पार्टी फंड में कन्वर्ट कर रही है, जो सीधे तौर पर देश की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है और देश की जनता के भावनाओं के साथ भद्दा मजाक है। अगर स्थिति में सुधार नहीं आई तो हमारा संगठन आर-पार की लड़ाई अख्तियार करेगी जिसकी सारी जवाबदेही वर्तमान सरकार की होगी।
विरोध प्रदर्शन के मौके पर नगर ताइक्वांडो के अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी कैसर रेहान, सचिव विवेक कुमार, एसबीएसएस कॉलेज के कोषाध्यक्ष विपिन कुमार, विश्वविद्यालय प्रतिनिधि अनंत कुमार बसंत कुमार काशिफ नजर, नाव कोठी अंचल अध्यक्ष अमित कुमार, अमर शंकर छोटू कुमार चंदन कुमार अभिषेक कुमार अमित कुमार हेमचंद्र पासवान इत्यादि सहित दर्जनों छात्र उपस्थित थे

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