गाजियाबाद में आज इतवार के दिन संपूर्ण लॉकडाउन में 2 गज की दूरी और धारा 144 की धज्जियां उड़ती दिखी और यह नियम कहीं बाहर नहीं बल्कि थाने के बाहर तोड़ा गया। दरअसल गाजियाबाद के थाना कवि नगर इलाके के महरौली गांव में एनएचएआई का काम चल रहा है। बीते कल वहां किसानों ने और स्थानीय लोगों ने काम रोक दिया था आरोप लगाया था कि उनको मुआवजा नहीं दिया गया इसको लेकर पुलिस चार लोगों को थाने ले आई थी उसके बाद आज थाने का घेराव चल रहा है जिसमें न सिर्फ मास्क पहना गया है और ना दूरी का ध्यान रखा जा रहा है।
यह गाजियाबाद का थाना कवि नगर है। यहां देख सकते हैं कि बड़ी संख्या में महिला और पुरुष धरने पर बैठे हुए हैं । दूरी का तो ध्यान है नहीं मास्क भी नहीं पहना है। मामला थाना क्षेत्र के महरौली गांव का है जहां लोगों का आरोप है कि बिना मुआवजा दिए एनएचएआई उनकी जमीन को अदिग्रहत कर रहा है। जिसको लेकर कल एनएचएआई के काम को लोगों ने रोक भी दिया था। मौके पर भारी पुलिस फोर्स पहुंचा था तब जाकर काम शुरू हो पाया था। अब महरौली गांव के किसान और स्थानीय लोगों का कहना है की चार किसानों को बेवजह थाने में रखा गया है और उनको मुआवजा भी नहीं मिला है ।
वही विपक्षी दल कांग्रेस भी किसानों से सहनभूति दिखाने के लिए मौके पर पहुंचा है। मौके पर कांग्रेस के नेता पहुंचे हैं और वह गांव के लोगों के साथ धरने पर बैठे हैं लेकिन सवाल यह है कि नेताओं का अनुसरण लोग करते हैं और जब नेता जी ने खुद मास्क नहीं लगा रखा तो औरों को मास्क लगाने की क्या नसीहत देंगे
आपको बता दें की पूरे उत्तर प्रदेश में शनिवार और इतवार को लॉक डाउन रहता है साथ ही गाजियाबाद जिले में धारा 144 लगी हुई है ऐसे में किसी को विरोध प्रदर्शन करना है तो उसे प्रशासन की अनुमति लेनी पड़ती है साथ ही कोरोना प्रोतकाल का पालन करना पड़ता है
लेकिन यहां तो सब की धज्जियां उड़ रही है बेशक मुद्दा इनकी जमीन से जुड़ा हो लेकिन कोरोना है जो किसी को नहीं छोड़ता है ऐसे में अपना विरोध प्रदर्शित करते हुए ध्यान रखना चाहिए साथ ही सवाल पुलिस पर भी हैं थाने के बाहर प्रदर्शन हो रहा है तो उसकी दूरियां बनाने के लिए लोगों से नहीं कहा है।