Home Breaking News सुंदरकांड व अखंड रामायण से किया जाएगा रामलीला मंचन की परंपरा का निर्वहन
Breaking Newsउत्तराखंडधर्म-दर्शनराज्‍य

सुंदरकांड व अखंड रामायण से किया जाएगा रामलीला मंचन की परंपरा का निर्वहन

Share
Share

कुमाऊं में रामलीला मंचन की परंपरा काफी समृद्ध रही है। रामलीला महज धार्मिक आयोजन न होकर सामाजिक चेतना का माध्यम है। रंगमंच की दुनिया में कदम रखने वाले अधिकांश कलाकारों के लिए रामलीला अभिनय का पहला मंच होती है। रामलीला मंचन पर इस बार कोरोना का साया है। नवरात्र से रामलीला मंचन की शुरुआत होती है। आठ दिन शेष हैं, लेकिन इस बार उत्साह गायब है। अधिकांश कमेटियों ने रामलीला मंचन को अगले साल के लिए टाल दिया है। सुंदरकांड व अखंड रामायण से परंपरा का निर्वहन किया जाएगा। कुछ कमेटियों की को अभी भी प्रशासन की गाइडलाइन का इंतजार है। गौलापार कुंवरपुर कमेटी ने सीमित संख्या में रामलीला कराने की मंशा के साथ तालीम शुरू कर दी है।

100 से अधिक आयोजन मंडल के लोग हो जाते हैं। 200 लोगों में आयोजन संभव नहीं है। प्रशासन 400 लोगों के साथ आयोजन की अनुमति देना है तो हम एक सप्ताह में तैयारी कर सकते हैं। -विशंबर दत्त कांडपाल, अध्यक्ष रामलीला कमेटी पीलीकोठी 

हमारे यहां श्राद्ध पक्ष से पहले रामलीला हो जाती है। इस बार रामलीला नहीं हुई। महाराज जी के सान्निध्य में सुंदरकांड का पाठ किया गया। अब अगले साल ही रामलीला का मंचन किया जाएगा। -नित्यानंद जोशी, महामंत्री रामलीला कमेटी नीलियम कालोनी

इस बार रामलीला का मंचन संभव नहीं है। रविवार को अध्यक्ष सुभाष जोशी की अध्यक्षा में कमेटी की बैठक हुई। इस बार नवरात्र में अखंड रामायण करने का फैसला लिया गया। -भोला भगत, संरक्षक रामलीला कमेटी ऊंचापुल 

कोरोना को देखते हुए लोगों में रुचि कम है। कलाकारों के उत्साह के लिए दर्शक जरूरी है। कम लोगों में रामलीला का मंचन संभव नहीं है। जल्द ही बैठक कर अंतिम फैसला लिया जाएगा। -योगेश रजवार, अध्यक्ष रामलीला कमेटी रानीबाग 

ग्रामीण क्षेत्रों में कम दर्शक आते हैं। सैनिटाइजेशन व शारीरिक दूरी का पालन करते हुए 200 लोगों में रामलीला कराई जा सकती है। हम लोग तालीम में जुटे हुए हैं। -भगत फत्र्याल, निदेशक श्रीराम आदर्श रामलीला कमेटी कुंवरपुर

दर्शक 200 से कम ही रहते हैं। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए अच्छी रामलीला कराई जा सकती है। कलाकार तैयार हैं। जल्द ही प्रशासन से वार्ता कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। -गोपाल भट्ट, महामंत्री पंचेश्वर मंदिर कमेटी आवास विकास 

डेढ़ माह पहले तालीम शुरू हो जाती है। सीमित संख्या के बीच इतनी जल्दी रामलीला कराना संभव नहीं है। इस बार विजयदशमी के दिन अखंड रामायण का पाठ किया जाएगा। -हरीश पांडे, अध्यक्ष रामलीला कमेटी शीशमहल 

रामलीला मंचन सामाजिक आयोजन है। जिसमें स्वस्फूर्त लोगों की भागीदारी होती है। हम किसी को आने से रोक नहीं सकते। ऐसे में इस बार केवल सुंदरकांड व भजन संध्या होगी।

See also  13 जगह कपूर से दागा, आंखें फोड़ीं और घोंटा गला, अमेठी के नाले में मिला 5 साल के बच्चे का शव
Share
Related Articles
Breaking Newsव्यापार

Flipkart का IPO से पहला बड़ा कदम, सिंगापुर से ‘घर वापसी’ की तैयारी, जानिए क्यों किया जा रहा है ऐसा

नई दिल्ली: ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट को कथित तौर पर कंपनी के बेस या...

Breaking Newsखेल

‘थप्पड़ कांड’ से गरमाया माहौल, सीधे जमीन पर गिरा खिलाड़ी, VIDEO वायरल

IPL में हरभजन सिंह और एस. श्रीसंत के बीच का ‘थप्पड़ कांड’...