नई दिल्ली दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र आगामी आठ मार्च से शुरू होगा और नौ मार्च को बजट पेश किया जाएगा। वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली का बजट पेश करेंगे। बजट सत्र 16 मार्च को संपन्न हो जाएगा। मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में दिल्ली कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया। कुछ जानकार पिछले साल की अपेक्षा इस साल के बजट में पांच से दस फीसद राशि की वृद्धि की बात कर रहे हैं। इस बजट में किसी भी तरह के टैक्स में वृद्धि की संभावना नहीं है।
दिल्ली सरकार के सूत्रों के अनुसार सरकार जन कल्याणकारी योजनाओं को और बेहतरी के साथ जारी रखना चाहती है ताकि लोगों से किए गए वादे पूरे हो सकें और उन्हें परेशानी न हो। पहले की तरह सरकार का ज्यादा ध्यान शिक्षा एवं स्वास्थ्य, परिवहन, पानी की आपूर्ति समेत बुनियादी ढांचे पर रहेगा। अगले साल दिल्ली में नगर निगम चुनाव है। इसका असर भी बजट में दिखाई देगा। इसके अलावा सरकार अपनी दस गारंटी को भी जारी रखेगी। दूसरे शब्दों में कहें तो इन गारंटी की झलक भी बजट में दिखाई देगी। 13 मार्च को शनिवार और 14 मार्च को रविवार है। इन दोनों दिन अवकाश रहेगा। इस हिसाब से आठ दिन चलने वाले इस बजट सत्र के दौरान अन्य मुद्दों पर भी चर्चा होगी।
दिल्ली सरकार जनहित को सर्वोपरि रखते हुए किसी भी ऐसे काम को रुकने नहीं देना चाहती जो जनता से सीधा जुड़ा हुआ है। सरकार ने 2020-21 के लिए 65,000 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया था, जो वित्त वर्ष 2019-20 की अपेक्षा 10 फीसद अधिक था। इस साल कोरोना के चलते कोई खास काम नहीं हो सका है। राजधानी में शिक्षा व्यवस्था में सुधार, मोहल्ला क्लीनिक, सीसीटीवी और सार्वजनिक बसों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए मार्शल की तैनाती जारी रहेगी।