नोएडा। वंदना एन्क्लेव से सोमवार की शाम चौथी कक्षा के छात्र को अगवा कर नोएडा में हत्या करने के मामले का पुलिस ने बृहस्पतिवार को राजफाश कर दिया। उसके मौसेरे भाई ने दो दोस्तों के साथ मिलकर 15 से 20 लाख रुपये फिरौती के लिए वारदात को अंजाम दिया था। इसकी योजना दो सप्ताह पहले बनाई थी।
खोड़ा थाना प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार कुशवाहा ने बताया कि वंदना एन्क्लेव के अजीत सिंह का 10 वर्षीय बेटा हर्ष सिंह उर्फ कान्हा चौथी कक्षा का छात्र था। वह सोमवार शाम करीब साढ़े छह बजे घर से लापता हो गया। पड़ोस में रहने वाले उसके मौसेरे भाई 10 वीं के छात्र प्रियांशु पर शक हुआ। उससे कड़ाई से पूछताछ की गई।
उसने बताया कि दोस्त दीपक विहार के 10वीं के छात्र राजू उर्फ राजकुमार और राजीव विहार के 12वीं पास आकाश के साथ मिलकर हर्ष का अपहरण किया था। आकाश की स्कूटी पर उसे बैठाकर नोएडा सेक्टर-54 के खरगोश पार्क ले गए। उसे बांधकर 15 से 20 लाख रुपये फिरौती मांगने की योजना थी, लेकिन वह भागने लगा।
इस पर शर्ट से उसका मुंह बंद कर दिया। उसका हाथ पकड़ लिया। राजू ने पैर पकड़ लिया। आकाश ने गले व पेट में चाकू से वार करके उसकी हत्या कर दी। बोरे में उसका शव भरकर झाडि़यों में फेंक दिया। चाकू भी पास में छिपा दिया।
प्रियांशु को बुधवार को घटना स्थल ले जाकर हर्ष का शव और चाकू बरामद कर लिया गया। राजू और आकाश को भी पकड़ लिया गया। बृहस्पतिवार को तीनों को जेल भेज दिया गया।
दो-तीन घंटे में फिरौती का पैसा मिलने की थी उम्मीद
बृजेश कुमार कुशवाहा ने बताया कि तीनों ने दो सप्ताह पहले किसी व्यक्ति का अपहरण करके रुपये मांगने की योजना बनाई। इस पर प्रियांशु ने अपने मौसेरे भाई हर्ष का नाम सुझाया। उसने बताया कि उसके पिता का बलिया में स्कूल चलता है। घर में मोटा पैसा रहता है। वह फिरौती के रूप में अधिक पैसा दे सकते हैं।
इस पर तीनों ने हर्ष को अगवा करके फिरौती मांगने की योजना बनाई। आकाश ने घर में सब्जी काटने वाला बड़ा चाकू, जूट का बोरा, साड़ी के टुकड़े अपनी स्कूटी की डिग्गी में रख लिया। योजना थी कि हर्ष को दो-तीन घंटे बांधकर पार्क की झाडि़यों में रखकर फिरौती मांगी जाएगी। पैसा मिलने पर उसे छोड़ दिया जाएगा।
साथ में खोजता रहा प्रियांशु
बृजेश कुमार कुशवाहा ने बताया कि हर्ष की हत्या करने के बाद तीनों अपने-अपने घर आ गए। प्रियांशु अपने मौसा के साथ हर्ष को ढूंढने का नाटक भी करता रहा। वह कई बार पुलिस के सामने भी आया। पूछताछ में यह भी पता चला है कि आकाश को अपने मां-बाप के उपचार के लिए रुपयों की जरूरत थी। इस कारण उसने ही पूरी योजना बनाई थी।
हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। तीनों बालिग हैं। पूछताछ के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है।– डा. दीक्षा शर्मा, पुलिस अधीक्षक अपराध।