ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय के डीएसटी-एफआईएसटी लैब में 2 दिवसीय व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें विभिन्न कॉलेज ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का फोकस सटीक सेल के लिए फ्लो साइटोमेट्री (एफएसीएस) में दक्षता बढ़ाना है।
विश्वविद्यालय के डीन रिसर्च डॉ भुवनेश कुमार ने कहा कि डीएसटी-एफ़आईएसटी लैब, विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी अवसंरचना के सुधार के लिए निधि (एफ़आईएसटी) कार्यक्रम के तहत स्थापित की जाती हैं। इन लैब्स का मकसद, नए और उभरते क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना होता है।साथ ही, इन लैब्स से शैक्षणिक संस्थानों में नई प्रतिभाओं को आकर्षित किया जाता है। प्रतिदीप्ति माइक्रोस्कोपी कोशिका जीव विज्ञान में एक आवश्यक उपकरण बन गया है। यह तकनीक शोधकर्ताओं को कोशिका के अंदर ऊतक, कोशिकाओं, व्यक्तिगत अंगों और मैक्रोमोलिक्यूलर संयोजनों की गतिशीलता को देखने की अनुमति देती है। उभरते युवा शोधकर्ताओं के लिए उन्नत इमेजिंग अनुप्रयोगों के लिए प्रतिदीप्ति माइक्रोस्कोप जीवन विज्ञान, चिकित्सा विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जानकारी दी गई।