नई दिल्ली। मध्य जिला पुलिस की वाहन चोरी निरोधक दस्ता (एएटीएस) की टीम ने 25 वर्ष (ढाई दशक) से दिल्ली-एनसीआर में वाहन चोरी लिप्त एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो बदमाशों- मेरठ के शकूर नगर निवासी इंतेजार और आसिफ को गिरफ्तार किया है। बदमाशों चोरी की पांच कारें, पिस्टल और कार चोरी में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण बरामद हुए हैं। बदमाश दो से तीन मिनट में किसी भी कार की नकली चाबी बनाकर वारदात को अंजाम दे देते थे। पिछले आठ माह से दोनों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम प्रयास कर रही थी।
मध्य जिले की पुलिस उपायुक्त श्वेता चौहान के मुताबिक, वाहन चोरी पर लगाम लगाने के लिए वाहन चोरी निरोधक दस्ता (एएटीएस) के प्रभारी एसआइ संदीप गोदारा के नेतृत्व में एसआइ रवि शंकर, इस्लामुद्दीन, एएसआइ विनोद, अजय, कंवर पाल, हवलदार विनोद, शेखर, सुरेंद्र, राकेश प्रवीण, लुकमान और सिपाही प्रवीण, अतुल राजेश की टीम बनाई गई थी। इसी टीम ने एसीपी योगेश मल्होत्रा के देखरेख में मोस्ट वांटेड इन वाहन चोरों को 26 फरवरी को क्रेटा कार के साथ रिंग रोड के पास से दबोचा। इनसे पूछताछ के बाद चोरी की पांच कारें बरामद की गई।
इंतजार की गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। 11 नवंबर, 2020 को आरोपित चोरी की गाड़ी से भाग रहा था। इस दौरान उसने न्यू फ्रेंड्स कालोनी क्षेत्र में पुलिस टीम को टक्कर मार दी थी। इस मामले में उसके खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। जांच में पता चला है कि इंतेजार ने दो शादियां की हैं और उसके आठ बच्चे हैं। वह 25 साल से वाहन चोरी में लिप्त है
वहीं, आरोपित आसिफ इंतजार का दायां हाथ है। वह तकनीकी जानकार भी है। गाडि़यों के इंजन की उसे अच्छी जानकारी है। वह साफ्टवेयर की मदद से दो से तीन मिनट में ही किसी भी कार की नकली चाबी बना लेता है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि आरोपितों पर दिल्ली-एनसीआर में दर्जनों मामले दर्ज हैं। फिलहाल दोनों से विस्तृत पूछताछ की जा रही है।