नई दिल्ली/गाजियाबाद/सोनीपत। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद कराने की मांग को लेकर दिल्ली-एनसीआर के आधा दर्जन बॉर्डर पर यूपी, पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों के किसान जमा हैं और लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। 28 नवंबर से शुरू हुए किसानों के धरना-प्रदर्शन को आगामी 26 मार्च को 4 महीने पूरे हो जाएंगे, वहीं इससे पहले मंगलवार को शहीद सरदार भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरू का शहीदी दिवस है, ऐसे में यूपी गेट स्थित धरना स्थल पर किसान शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। इस दौरान यहां पर शहीदी दिवस के मौके पर मंगलवार को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इस दौरान मंच की कमान युवाओं के हाथ रहेगी। आयोजनों की कड़ी में मंगलवार शाम को यूपी गेट स्थित धरना स्थल पर शहीदों की याद में पैदल मार्च किया जाएगा। मंगलवार को सभी प्रदर्शनकारी बसंती पगड़ी पहनेंगे। कार्यक्रम में पंजाबी गायक अजय हुड्डा भी शामिल रहेंगे।
वहीं, इससे पहले यूपी गेट स्थित धरना स्थल पर भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष सचिन शर्मा ने सोमवार को बैठक का आयोजन किया। इसमें फैसला लिया गया है कि यूपी गेट पर 28 मार्च को महापंचायत की जाएगी। इसमें आगामी रणनीति पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही जल्द ही जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया जाएगा। महापंचायत में अधिक से अधिक लोगों को बुलाने के लिए अपील की जाएगी।
वहीं, 28 नवंबर से यूपी गेट पर तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में धरना प्रदर्शन के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश से दिल्ली जाने वाले लाखों लोगों की मुश्कलें बढ़ गई हैं। किसान प्रदर्शनकारियों की वजह से रोजाना लाखों लोग जाम से जूझते हुए मिनटों का सफर घंटों में तय करने के लिए मजबूर हैं। वहीं, काफी दिनों से स्थानीय लोग प्रदर्शनकारियों को सड़क से हटाने की मांग कर रहे हैं।
यूपी गेट पर कब्जा, हजारों लोग परेशान
प्रदर्शनकारियों ने यूपी गेट स्थित रोड पर कब्जा कर रखा है। इससे दिल्ली आने जाने के दोनों रास्ते पहले बंद थे। कुछ दिन पूर्व दिल्ली से गाजियाबाद की ओर आने का रास्ता खोल दिया गया। अभी भी यूपी गेट के रास्ते दिल्ली जाने के सारे रास्ते बंद हैं। ऐसे में दिल्ली जाने के लिए लोगों को कौशांबी, महाराजपुर, सूर्य नगर, सीमापुरी और भौपुरा बार्डर का रास्ता अपनाना पड़ता है, लेकिन यहां पर हर रोज सुबह शाम जाम से दो-चार होना पड़ता है।