ग्रेटर नोएडा। प्रदेश की पहली पॉड टैक्सी परियोजना (Pod Taxi Project) को धरातल पर उतरने में अभी समय लगेगा। परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) में संशोधन के बाद दोबारा निविदा जारी की जाएगी। यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) ने जुलाई में पॉड टैक्सी परियोजना के लिए वैश्विक निविदा निकाली थी, लेकिन निविदा डालने की समय सीमा दो बार बढ़ाने के बावजूद कोई कंपनी आगे नहीं हुई।
इसका कारण जानने के लिए यमुना प्राधिकरण के सीईओ ने कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक। इसमें प्रस्तावित परियोजना का रूट छोटे होने व निर्माण लागत में सरकार की हिस्सेदारी होने का सुझाव कंपनियों की ओर से दिया गया। इसके आधार पर डीपीआर में संशोधन कर नई निविदा जारी करने का प्राधिकरण ने फैसला लिया है। इसके लिए जल्द ही औद्योगिक विकास आयुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति की बैठक होगी।
यह थी पॉड टैक्सी की परियोजना
यमुना प्राधिकरण ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) से सेक्टर-21 में प्रस्तावित फिल्म सिटी तक प्रदेश की पहली पॉड टैक्सी संचालन के लिए परियोजना तैयार की थी। इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कार्पोरेशन लि. से तैयार कराने के बाद विकासकर्ता चयन के लिए एक जुलाई को वैश्विक निविदा जारी की गई। कंपनियों ने परियोजना में रुचि तो दिखाई, लेकिन निर्धारित दस अगस्त की तय समय सीमा में निविदा नहीं डाली तो समय सीमा को बढ़ाकर 28 नवंबर किया गया, इसके बावजूद एक भी निविदा नहीं आई।
निविदा में असफलता हाथ लगने के बाद सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने परियोजना में रुचि दिखाने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर कारण जानने के प्रयास किया। विभिन्न देशों में पीआरटी का संचालन कर रही कंपनियों के प्रतिनिधि बैठक में शामिल हुए।
इसमें सीमेंस, अल्ट्रा पीआरटी, मोनेट इंटरनेशनल लि., सिस्ट्रा समेत 11 कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल थे। इसमें कंपनियों की ओर से रूट की लंबाई बढ़ाने, परियोजना में सरकार की कम से कम चालीस प्रतिशत हिस्सेदारी आदि का सुझाव सामने आया। प्रतिनिधियों के सुझाव पर सीईओ ने डीपीआर संशोधन कर नई निविदा जारी करने का फैसला लिया गया है।
इसके तहत नोएडा एयरपोर्ट से ग्रेटर नोएडा के परीचौक तक पॉड टैक्सी संचालन होगा। सरकार की हिस्सेदारी पर विचार करने के लिए आईडीसी की अध्यक्षता में बैठक क फैसला होगा। यह पहला मौक होगा, जब पॉड टैक्सी परियोजना की डीपीआर में संशोधन होगा। इससे पहले फिल्म सिटी परियोजना के लिए भी निविदा न आने पर तीन बार डीपीआर व शर्तों में संशोधन करना पड़ा था।
एक्सप्रेस-वे के समानांतर या सेक्टरों से होकर होगा रूट
यमुना प्राधिकरण में रैपिड रेल संचालन पर भी विचार हो रहा है। अगर रैपिड रेल यमुना एक्सप्रेस-वे के समानांतर नोएडा एयरपोर्ट जाएगी तो पॉड कॉरिडोर सेक्टर की आंतरिक कनेक्टिविटी देते हुए तैयार होगा। अगर रैपिड रेल सेक्टरों को जोड़ते हुए गुजरती है तो पॉड कारिडोर को यमुना एक्सप्रेस-वे समानांतर बनाया जाएगा
अभी तक यह रूट था प्रस्तावित
अभी नोएडा एयरपोर्ट से फिल्म सिटी तक 14.6 किमी लंबा रूट प्रस्तावित है जो विभिन्न देशों में संचालित हो रही पॉड टैक्सी परियोजना का सबसे लंबा रूट है। इस रूट पर इसमें कुल 12 स्टेशन होंगे। यह स्टेशन नोएडा एयरपोर्ट, साठ मीटर रोड, 75 मीटर रोड, सेक्टर-32, सेक्टर-33, सेक्टर-29, सेक्टर-28 में दो, सेक्टर-21 में तीन स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं।
शुरुआत में 112 पॉड का संचालन
इसमें साठ पॉड टैक्सी एक्सप्रेस सेवा व 52 पॉड टैक्सी सामान्य संचालन के लिए प्रस्तावित की गईं है। पॉड टैक्सी 40 किमी की रफ्तार व एक बार में 24 यात्री सफर करने की क्षमता है।
पॉड टैक्सी परियोजना के लिए विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की गई है। प्रतिनिधियों ने रूट की लंबाई बढ़ाने और सरकार की हिस्सेदारी परियोजना में शामिल करने का सुझाव दिया है। इन सुझावों को शामिल करने के लिए डीपीआर में संशोधन कर नई निविदा जारी की जाएगी। सरकार की हिस्सेदारी तय करने के लिए शासन स्तर पर बैठक होगी। हरिद्वार में भी प्रस्तावित पॉड टैक्सी परियोजना में वहां की सरकार हिस्सेदारी कर रही है। -डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण