स्वास्थ्य विभाग की खुली पोल
प्रदेश की योगी सरकार भले ही प्रदेश में स्वास्थ सेवा में बड़े सुधार की बात करती हो पर मैनपुरी के स्वास्थ बिभाग की उस समय पोल खुल गई जब एक प्रसव पीड़ित महिला ने लगभग ढाई घंटे प्रसव वेदना सहने के बाद खुले आसमान के नीचे प्राइवेट दाई की मदद से अस्पताल बन्द होने की बजह से अस्पताल गेट पर ही बच्चे को जन्म दिया, वही 108 और 102 इमरजेंसी एम्बुलेंस सेवा के लिए फ़ोन करने के बाद भी कोई वहां नही पंहुचा, ऐसे में इस मामले ने प्रदेश की एम्बुलेंस सेवा की भी पोल खोलकर रख दी है।
एम्बुलेंस सेवा की भी पोल खोलकर रख दी
भोगांव के मोहल्ला फाजिलगंज निवासी वसीम अली की पत्नी जीनत को जब प्रसब पीड़ा हुई तो पत्नी को लेकर प्रातः काल 6:30 बजे अर्बन चिकित्सालय भोगांव पहुंचा। चिकित्सालय में किसी को न देखकर उसने चैकीदार राजीव को सहायता करने के लिये कहा और 108 नबंर एम्बुलेंस को सूचना देकर पत्नी को जिलाचिकित्सालय पहुंचाये जाने की गुहार लगायी उसने 108 ओर 102 नंबर पर फ़ोन कर एम्बुलेंस को बुलाने का प्रयास किया। मगर जब एम्बुलेंस नही आई तो चोकीदार द्वारा अपने स्टाफ को सूचना दी गई पर कोई भी महिला की मदद के लिए वहा नही पंहुचा।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि मामले में जाँच के आदेश दिए जा चुके है, जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही की जायेगी .