ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अप्रैल में व्यावसायिक उड़ानें शुरू होने की संभावना कम है। इसकी वजह टर्मिनल बिल्डिंग का अधूरा निर्माण बताया जा रहा है। 10 मार्च को समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में हो रही देरी पर नाराजगी जताई थी। साथ ही उन्होंने निर्माण कार्य में तेजी लाने और सभी विभागों के अधिकारियों की समीक्षा करने की जिम्मेदारी तय की थी।
निर्माण कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा
इस महीने के अंत तक एयरपोर्ट के निर्माण कार्य की समीक्षा करने के लिए राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह आ सकते हैं। ऐसे में एयरपोर्ट के निर्माण कार्य को तेजी से अंतिम रूप दिया जा रहा है। अब 15 मई तक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) से व्यावसायिक उड़ान सेवाएं शुरू करने के लिए एयरोड्रम लाइसेंस मिलने की संभावना है। टर्मिनल का काम तेजी से चल रहा है, इसलिए शुरुआत में यात्रियों को विमान तक ले जाने के लिए छह एयरोब्रिज लगाए जाएंगे।
टर्मिनल के प्रवेश द्वार का चल रहा काम
मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि एयरोब्रिज एयरपोर्ट पर एक ऐसा पुल है जो यात्रियों को सीधे टर्मिनल बिल्डिंग से विमान के दरवाजे तक ले जाता है। यह एक सुरंग जैसा रास्ता है, जिसके जरिए यात्री आसानी से विमान तक पहुंच सकते हैं। विमान से उतरते समय टर्मिनल में प्रवेश करने के लिए भी एयरोब्रिज का इस्तेमाल किया जाता है। फिलहाल टर्मिनल के प्रवेश द्वार का काम चल रहा है।
पहले यहां 10 एयरोब्रिज लगाए जाने थे
घरेलू टर्मिनल का काम लगभग पूरा हो चुका है। अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल के काम में कुछ महीने लगेंगे। ढलाई आदि के काम में भी देरी होगी, इसलिए एयरपोर्ट पर पहले दिन से अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवा शुरू होना मुश्किल है। अब पहले दिन से सिर्फ घरेलू और कार्गो फ्लाइट शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। ऐसे में शुरुआत में एयरपोर्ट पर सिर्फ छह एयरोब्रिज ही लगाए जाएंगे। पहले यहां 10 एयरोब्रिज लगाए जाने थे, जो एयरपोर्ट साइट पर पहुंच चुके हैं।
नोएडा एयरपोर्ट पर पुलिस थाना निर्माण में अड़चन
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पुलिस थाना बनाया जाना है। इसके लिए एयरपोर्ट के पास करीब एक हजार वर्ग मीटर जमीन प्रस्तावित है। जमीन निशुल्क देने के लिए अपर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय से पत्राचार किया गया, लेकिन एयरपोर्ट का निर्माण करा रही कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (वाईएपीएल) ने नि:शुल्क जमीन देने से इनकार कर दिया है।
इस एक हजार वर्ग मीटर में पुलिस थाने के साथ डीसीपी एयरपोर्ट का मुख्यालय बनाया जाना है। कंपनी ने जमीन के एवज में एक करोड़ रुपये की मांग की है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने प्रमुख सचिव (गृह) से मामले में निर्देश जारी करने की मांग की है। यीडा की ओर से 21 मार्च को यह पत्र जारी किया गया है। थाने के साथ ही एयरपोर्ट के पास दो पुलिस चौकियों का भी निर्माण किया जा रहा है।