कौशांबी। उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में तेरह साल की उस बच्ची की आंख जब खुली तो कौशांबी में अपने घर की जगह एटा जिले के एक घर में थी। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि ऐसा कैसे! सामने 40 वर्षीय आदमी था। यह चेहरा बच्ची के लिए अनजान नहीं था, वह उसके घर कई बार माता-पिता से मिलने आता-जाता रहा था।
पहले से ही हैरान बच्ची को उससे पता चलता है कि उसके माता-पिता ने उसको पांच लाख रुपये में बेच दिया है। वह तीन दिनों तक बच्ची के साथ दुष्कर्म करता रहा। किसी तरह से वह उसके चंगुल से भागकर कौशांबी पहुंची तो माता-पिता ने अपनाने से इन्कार कर दिया। बुआ ने शरण दी और इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपित माता-पिता फरार हैं, किशोरी की सौदेबाजी में बिचौलिया बना पड़ोसी गांव का व्यक्ति भी।
बड़ी बेटी को शख्स ने बेचा
शर्मसार करने वाली यह घटना करारी क्षेत्र की है। यहां रहने वाले एक दंपती ने अपने तीन बच्चों (एक बेटा व दो बेटियां) में बड़ी बेटी का सौदा कर दिया। पुलिस को शिकायत में पीड़िता ने बताया कि पड़ोसी गांव का रहने वाला कमलेश पासी अक्सर उसके घर आता था। कई बार वह एटा जिले के कर्मवीर यादव को भी साथ लेकर आता था। 14 मार्च 2025 को भी ये दोनों घर आए थे। उस दिन शाम को माता-पिता ने खाना दिया।
भोजन करने के बाद उसे (पीड़िता) को चक्कर के साथ ही नींद आने लगी। दूसरे दिन नींद खुलने पर खुद को कर्मवीर यादव के घर पर पाया। पीड़िता के पूछने पर कर्मवीर ने ही बताया कि उसने पांच लाख रुपये में उसे खरीदा है। आरोप है कि तीन दिन तक अपने घर में रखकर कर्मवीर ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। 16 मार्च की रात किशोरी मौका पाकर भाग निकली।
बुआ को बताई घटना
मंझनपुर क्षेत्र में रहने वाली बुआ के घर पहुंच उसने आपबीती बताई तो वह सन्न रह गई। इससे पहले घर जाने पर स्वजन ने अपनाने से इन्कार कर दिया था। रविवार शाम पीड़िता कोतवाली पहुंची। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित कर्मवीर यादव, माता-पिता के साथ बिचौलिये कमलेश पासी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरू कर दी है।
सीओ सिटी शिवांक सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपितों को जेल भेजा जाएगा।