जम्मू-कश्मीर में अनंतनाग के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में कानपुर के शुभम द्विवेदी की मौत हो गई है. कानपुर में श्यामनगर के ड्रीमलैंड अपार्टमेंट में रहने वाले शुभम द्विवेदी की दो महीने पहले ही शादी हुई थी. वह परिवार के साथ 18 अप्रैल को ही कश्मीर घूमने के लिए निकले थे. आतंकियों ने जिस समय उन्हें गोली मारी, उस समय वह अपनी पत्नी के साथ थे. बताया जा रहा है कि शुभम से भी आतंकियों ने पहले नाम पूछा और फिर उन्हें गोली मार दी.
मंगलवार को शुभम के पिता और अन्य परिजन अनंतनाग में ही रुक गए थे. वहीं शुभम अपनी पत्नी एशान्या को साथ लेकर घूमने और घुड़सवारी करने के लिए पहलगाम चले गए थे. इस घटना की जानकारी शुभम के पिता को देर शाम साढ़े छह बजे मिली. इसके बाद परिजन तत्काल घटना स्थल पर पहुंचे और शव की पहचान हुई. उसी समय से पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. यह सभी लोग कश्मीर घूमकर 23 अप्रैल को कानपुर वापस लौटने वाले थे.
आतंकियों ने नाम पूछकर मारी गोली
शुभम के चाचा ज्योतिषाचार्य मनोज द्विवेदी ने बताया कि वह मूल रूप से चंदनपुर चक्की, हाथीपुर महाराजपुर क्षेत्र के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि शुभम अपने पिता के साथ एक सीमेंट कंपनी में नौकरी करता था. उन्होंने बताया कि यह घटना दोपहर बाद करीब ढाई बजे की है. आतंकी सेना की वर्दी पहनकर आए थे. आते ही इन आतंकियों ने शुभम से उसका नाम पूछा और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. एक गोली शुभम के माथे पर लगी है.गोली लगते ही वह जमीन पर गिर गया और उसे देखकर उसकी पत्नी बेहोश हो गई.
घटना से पूरा कानपुर स्तब्ध
जिसे पुलिस और सेना ने कश्मीर के अस्पताल में भर्ती कराया है. शाम को सूचना मिलने पर उसके भाई मौके पर पहुंचे. इसके बाद शुभम की पहचान हो सकी है. उन्होंने बताया कि शुभम परिवार के 11 लोगों के साथ कश्मीर गया था. शुभम के चचेरे भाई सौरभ द्विवेदी ने बताया घटना के बाद एशान्या के माध्यम से घटना की जानकारी हुई है. सुरक्षाकर्मियों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है. घटना की खबर के बाद से ही कानपुर स्थित घर में लोगों का तांता लगा हुआ है. पूरा शहर इस घटना से स्तब्ध है.
आतंकियों की तलाश में कांबिंग ऑपरेशन शुरू
बता दें कि पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले में 16 पर्यटकों की मौत की पुष्टि हो गई है. जबकि 20 से अधिक पर्यटक घायल बताए जा रहे हैं. घटना के बाद से ही भारतीय सेना और सुरक्षा बल के जवानों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और आतंकियों की तलाश में सघन कांबिंग ऑपरेशन शुरू किया गया है. खुद गृहमंत्री अमित शाह भी मौके पर पहुंचे हैं. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए देश को भरोसा दिया है कि इस घटना के लिए जिम्मेदार एक-एक आतंकी को ढूंढकर निकाला जाएगा.