इस्लामाबाद: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान को भारत से जवाबी हमले का डर सता रहा है. उनके नेता आए दिन भारत के खिलाफ बयानबाजी करते नजर आ रहे हैं. वहीं इन सबके बीच ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने भारत और पाकिस्तान से “संयम बरतने” तथा स्थिति को और बिगड़ने से रोकने का आह्वान किया.
अराघची पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के रिश्तों में बढ़ी तल्खी के बीच पाकिस्तानी नेतृत्व के साथ बातचीत के लिए एक दिवसीय यात्रा पर इस्लामाबाद पहुंचे. उनका गुरुवार को भारत का दौरा करने का कार्यक्रम है. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि अराघची ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष मोहम्मद इशाक डार के साथ बातचीत में दक्षिण एशिया के मौजूदा हालातों पर चर्चा की तथा इस बात पर सहमति जताई कि जटिल क्षेत्रीय मुद्दों को वार्ता के जरिये ही सुलझाया जा सकता है.
अराघची ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से भी मुलाकात की तथा क्षेत्रीय हालात के साथ-साथ द्विपक्षीय हितों से जुड़े मामलों पर भी चर्चा की. राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, राष्ट्रपति जरदारी के साथ बैठक के दौरान अराघची ने क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए दोनों पक्षों से संयम बरतने का आह्वान किया.
बयान में कहा गया है कि जरदारी ने बातचीत और कूटनीति के प्रति पाकिस्तान की प्रतिबद्धता दोहराई. ईरान के सरकारी समाचार चैनल ‘प्रेस टीवी’ की खबर के मुताबिक, अराघची ने इस्लामाबाद पहुंचने के बाद कहा, “क्षेत्र के हालात ईरान के लिए बहुत अहम हैं और हम तनाव कम करने के महत्व पर जोर देते हैं तथा सभी पक्षों से संयम बरतने और स्थिति को और बिगड़ने से रोकने का आह्वान करते हैं.” उन्होंने कहा, “हम क्षेत्र में तनाव कम करने की कोशिश करेंगे.”
ईरान की अर्ध-स्वायत्त समाचार एजेंसी ‘मेहर न्यूज’ की खबर के अनुसार, अराघची ने कहा, “भारत और पाकिस्तान दोनों ही ईरान के मित्र देश हैं. बेशक, पाकिस्तान हमारा पड़ोसी देश है, जिससे हमारे दोस्ताना संबंध हैं. लेकिन हमें भारत यात्रा से पहले पाकिस्तान में अपने मित्रों के रुख के बारे में जानकारी हासिल करने में दिलचस्पी थी।”
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के बयान के मुताबिक, उपप्रधानमंत्री मोहम्मद इशाक डार और ईरान के विदेश मंत्री अराघची ने पाकिस्तान-ईरान के बीच संबंधों को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की तथा व्यापार, ऊर्जा और संपर्क क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई.
बयान में कहा गया है, “दोनों नेताओं ने दक्षिण एशिया में उभरते हालात और अमेरिका-ईरान वार्ता पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया तथा इस बात पर सहमति जताई कि जटिल मुद्दों को कूटनीति एवं बातचीत के जरिये ही सुलझाया जा सकता है.” अराघची से बातचीत के बाद डार ने पत्रकारों से कहा कि पाकिस्तान पहलगाम हमले की स्वतंत्र जांच की अपनी पेशकश पर कायम है.
ईरान की इरना समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री शरीफ ने अराघची से कहा कि पाकिस्तान क्षेत्र में शांति और स्थिरता की दिशा में ईरान के साथ सहयोग को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है. अराघची की प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और विदेश मंत्री डार भी मौजूद थे.