ग़ाज़ियाबाद में 236 बाल्मीकि परिवार के बौद्ध धर्म परिवर्तन ने एक नया मोड़ ले लिया है पूरे मामले पर अब सियासत भी तेज होने लगी है वहीं दूसरी तरफ प्रशासन भी लीपापोती में लग गया है प्रशासन की जांच रिपोर्ट में धर्म परिवर्तन के सबूत नहीं मिले लेकिन वही अब सियासत गर्म हो चली जिसके चलते विभिन्न पार्टियों ने मोर्चा संभाल लिया है
गाजियाबाद के करेड़ा इलाके में 236 परिवारों ने बौद्ध धर्म अपना लिया जिसके सबूत प्रशासन को तो नहीं मिले लेकिन सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई और जांच में तो धर्म परिवर्तन के प्रमाण पत्र नहीं मिले लेकिन सियासी हलचल जरूर बढ़ गई आम आदमी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष छवि यादव भी मौके पर पहुंच गई और उन्होंने सीधे-सीधे बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि दलित समुदाय को टारगेट किया जा रहा है क्योंकि हाथरस के मामले के बाद भी माहौल काफी निराशाजनक है क्योंकि हाथरस की बिटिया को अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है
जब एक तरफ आम आदमी पार्टी ने मोर्चा संभाला तो कांग्रेस ने भी अपने हाथ आजमाने में देर नहीं कि कांग्रेस नेता अजय वर्मा ने बीजेपी पर तानाशाही का आरोप लगाया और कहा कि यह सरकार लूट और हत्या बलात्कार पर अंकुश नहीं लगा पा रही है
धर्म परिवर्तन के इस मामले को लेकर बीजेपी अब बैकफुट पर नजर आ रही है ऐसे में बीजेपी का पक्ष और बचाव के लिए विधायक सुनील शर्मा ने मोर्चा संभाला और उन्होंने कहा कि कुछ लोग भावनाओं में बह गए थे और लोगों की कुछ समस्या है जिनका प्रशासन सुनवाई कर जल्द पूरी करेगा
ऐसे में सवाल सबसे बड़ा यही खड़ा होता है कि जब धर्म धर्म परिवर्तन के लिए 236 परिवार एक साथ इकट्ठा हुए और उन्होंने धर्म परिवर्तन कर भी लिया तो ऐसे में प्रशासन को खबर क्यों नहीं लगी और क्यों उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया वहीं अब सियासी गलियारों में धर्म परिवर्तन की आवाज तेज हो गई जिसके बाद बीजेपी के बैकफुट पर आने पर अब उस पर बीजेपी के विधायक लीपापोती करने में लगे हैं आखिर पहले ही क्यों उन लोगों की परेशानियों को सुना नहीं किया और क्यों प्रशासन ने उसका कोई निस्तारण नहीं किया जिसकी वजह से लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए जाना पड़ा