गगन बंसल की रिपोर्ट
जहाँगीराबाद : नगर में उत्पाती बंदरों के आतंक से लोगों में दहशत बढ़ती जा रही है। छतों व सड़क पर जमकर उत्पात मचाने वाले बंदरों के झुंड आये दिन किसी न किसी पर झपट पड़ते हैं। कुछ दिन पूर्व नगर पालिका के एक सभासद की पत्नी को भी झुंझलाए बन्दरों ने अपना निशाना बनाते हुए काट लिया। बंदरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत किये जाने पर सामाजिक वानिकी प्रभाग ने इस सम्बंध में कोई बजट न होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया। वहीं नगर पालिका के सभासद ने भी इस सम्बंध में शिकायत दर्ज कराई है।
नगर के कई इलाकों में बंदरों का उत्पात लोगों के सिर का दर्द बना हुआ है। छतों पर सूखने वाले कपड़ों से लेकर सड़क पर चलने वाले राहगीरों के पीछे पड़ने तक बंदरों का आतंक खूब कायम है। यहां तक कि लोगों के द्वारा घर में लगाये जाने वाले पेड़ पौधों को भी बन्दर तहस नहस कर देते हैं। मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई एक शिकायत के मामले में लगभग दो दिन बाद ही वानिकी प्रभाग ने इस सम्बंध में कोई बजट शासन से प्राप्त न होने की बात कहते हुए हाथ खड़े कर दिए। साथ ही वन विभाग ने बन्दर पकड़वाने के लिए एक लंबे चौड़े नियमों की फेहरिस्त भी अपनी आख्या में शिकायतकर्ता को प्रेषित करते हुए शिकायत में फाइनल रिपोर्ट लगा दी है। वहीं वार्ड सभासद ने भी नगर पालिका में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के बाद नगर पालिका अध्यक्ष व ईओ ने जल्द ही इस समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है।
इस मामले में स्थानीय निवासियों का ये है कहना…
1- बंदरों जमकर उत्पात मचाया हुआ है। घर में लगे पेड़ पौधों को भी बन्दर जमकर नुकसान पहुंचा रहे हैं। सड़कों पर बच्चों पर भी बन्दर कभी भी झपट पड़ते हैं। जिसके कारण सड़क पर निकलना भी दूभर हो गया है।
आलोक गोयल, स्थानीय निवासी।
2- बंदरों की समस्या से पूरा नगर परेशान है। तीन दिन पूर्व मेरी पत्नी को भी बंदरों ने काट लिया था। बंदरों के आतंक से पूरे नगर को निजात दिलाने के लिए मैने स्वयं लिखित शिकायत नगर पालिका परिषद में दर्ज कराई है।
हरिओम शर्मा, सभासद वार्ड नं-11
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बोर्ड की बैठक पर इसका प्रस्ताव रखकर चर्चा की जाएगी। जल्द ही बंदरों को पकड़वाने का इंतज़ाम किया जाएगा।