नई दिल्ली। देश भर में ब्लैक फंगस यानी म्यूकोमाइकोरटिसिस के मामले बढ़ते नज़र आ रहे हैं। ऐसे में फार्मा कंपनियां भी एंटीफंगल दवा एम्फोटेरिसिन-बी (Amphotericin-B) इंजेक्शन के उत्पादन में तेज़ी लाने के लिए हाथ-पांव मार रही हैं। इसी को देखते हुए भारत सरकार भी ब्लैक फंगस रोग के उपचार के लिए एम्फोटेरिसिन-बी एंटी-फंगल दवा की आपूर्ति और उपलब्धता बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। देश में इस दवा निर्माण का लाइसेंस पांच अतिरिक्त विनिर्माताओं को भी दिया गया है।
मौजूदा 5 निर्माता भी कर रहे हैं उत्पादन में वृद्धि
भारत सरकार COVID-19 प्रबंधन के लिए दवाओं और निदान की खरीद में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का समर्थन कर रही है। अप्रैल 2020 से विभिन्न दवाओं, चिकित्सा उपकरणों, पीपीई किट, मास्क आदि की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को केंद्र सरकार द्वारा सक्रिय रूप से समर्थन दिया जाता है।
पिछले कुछ दिनों में, कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड से जुड़ी जटिलताओं के रूप में ब्लैक फंगस के मामले बढ़ते दिख रहे हैं। साथ ही Amphotericin-B इंजेक्शन की कमी भी देखी जा रही है। जो एक एंटी-फंगल दवा है, जिसका उपयोग ब्लैक फंगस के उपचार में किया जाता है।
इसी को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ फार्मास्यूटिकल्स विभाग औ र विदेश मंत्रालय (एमईए) एम्फोटेरिसिन-बी दवा के घरेलू उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि के लिए सक्रिय प्रयास कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने भी वैश्विक निर्माताओं से आपूर्ति हासिल कर देश में दवा की उपलब्धता के लिए प्रभावी प्रयास किए हैं।
देश में एम्फोटेरिसिन-बी के पांच मौजूदा निर्माता हैं और एक आयातक:
भारत सीरम एंड वैक्सीन्स लिमिटेड
बीडीआर फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड
सन फार्मा लिमिटेड
सिप्ला लिमिटेड
लाइफ केयर इनोवेशन
माइलैन लैब्स (आयातक)
इन कंपनियों की उत्पादन क्षमता अप्रैल 2021 के महीने में बेहद सीमित थी। भारत सरकार द्वारा हैंडहोल्डिंग के परिणामस्वरूप, ये घरेलू निर्माता मई 2021 में संचयी रूप से एम्फोटेरिसिन-बी की 1,63,752 शीशियों का उत्पादन करेंगे। इसे जून 2021 के महीने में 2,55,114 शीशियों तक बढ़ाया जाएगा।
इसके अलावा इस एंटी-फंगल दवा की उपलब्धता घरेलू पूर्ति के लिए आयात के माध्यम से बढ़ाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। मई 2021 में, एम्फोटेरिसिन-बी की 3,63,000 शीशियों का आयात किया जाएगा, जिससे देश में कुल उपलब्धता (घरेलू उत्पादन सहित) 5,26752 शीशियों की होगी।
जून 2021 में 3,15,000 शीशियों का आयात किया जाएगा। जिसके बाद एम्फोटेरिसिन-बी की देश भर में उपलब्धता को जून 2021 में बढ़ाकर 5,70,114 शीशियों तक किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सक्रिय प्रयासों के परिणामस्वरूप, देश के पांच और निर्माताओं को एंटी-फंगल दवा के उत्पादन का लाइसेंस दिया गया है। ये:
NATCO फार्मास्यूटिकल्स, हैदराबाद
अलेम्बिक फार्मास्यूटिकल्स, वडोदरा
गुफिक बायोसाइंसेज़ लिमिटेड, गुजरात
एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स, पुणे
लायका, गुजरात
कुल मिलाकर, ये कंपनियां जुलाई 2021 से प्रति माह एम्फोटेरिसिन-बी की 1,11,000 शीशियों का उत्पादन शुरू करेंगी।