अंशुमन भगत (Ansuman Bhagat) बताते हैं कि कभी-कभी परिस्थितियां हमसे वह काम करवाती है जो हम नहीं चाहते। लेकिन परिस्थिति कैसी भी हो अगर इंसान खुद को तराशने लगे। तो उसके लिए हजारों नए दरवाजे खुल जाते हैं, जहां से सफलता की दूरी तय की जा सकती है। लेकिन इसके लिए व्यक्ति के भीतर एक दृढ़ इच्छा होनी चाहिए और स्वयं के कार्य के प्रति कड़ी मेहनत भी बहुत आवश्यक है। ताकि इंद्रियां किसी और चीज की ओर आकर्षित न हों।
अंशुमन भगत (Ansuman Bhagat) के लेखक बनने के पीछे बॉलीवुड टीवी इंडस्ट्री का सहयोग रहा है। आने वाले दिनों में उनकी चौथी उपन्यास बॉलीवुड टीवी इंडस्ट्री तथा आम कलाकारों के जीवन पर आधारित होगा। इस उपन्यास में एक कलाकार की सफलता प्राप्त करने की इच्छा को दर्शाया जाएगा। युवा लेखक अंशुमन भगत (Ansuman Bhagat) टीवी इंडस्ट्री में बिताए अपने 3 साल के अनुभव को किताब का रूप दे रहे हैं, जिससे आम कलाकारों को इंडस्ट्री में होने वाली समस्याओं की समझ हो और होने वाली परेशानियों से बच सकें। अब तक अंशुमन की तीनों पुस्तकें अमेजॉन पर बेस्ट सेलिंग रह चुकी हैं। जिसमें से “योर ओन थॉट” (Your Own Thought) पुस्तक के लिए उन्हें इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (India Book of Records) ने लार्जेस्ट कलेक्शन ऑफ द थॉट्स का खिताब भी दिया है।
अंशुमन भगत (Ansuman Bhagat) का जन्म जमशेदपुर शहर में हुआ है जमशेदपुर एक ऐसा शहर है जिसे स्टील सिटी के नाम से भी जाना जाता है इस शहर से काफी नामचीन व्यक्तियों ने बॉलीवुड में आकर प्रसिद्धि हासिल किया है अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा से लेकर निर्देशक इम्तियाज अली, क्रिकेटर महेंद्र सिंह धौनी और ना जाने कितने सितारे हुए है। इसी कड़ी में लेखक अंशुमन भगत का भी नाम शामिल हो गया है। अब अंशुमन भगत का नाम भारतीय लेखकों की श्रेणी में भी शामिल हो चुका है।
अंशुमन भगत 2012 में मुंबई आए और आ कर लौट गए थे फिर जब दोबारा 2014 में मुंबई आए तो उन्होंने टीवी इंडस्ट्री में एक कास्टिंग डायरेक्टर के रूप में योगदान देना शुरू किया था। लगभग 3 साल कास्टिंग करने के दौरान अंशुमन को ऐसा लगा कि खुद की पुस्तक लिखना चाहिए। और अंशुमन को पहले से ही लिखने में बहुत ज्यादा रुचि थी। और अपनी किताब को पूरा करने के लिए अंशुमन ने कास्टिंग का जॉब छोड़ दिया ताकि पूरा ध्यान किताब लिखने में केंद्रित हो सके। 2018 में अंशुमन भगत का पहला किताब “योर ओन थॉट” (Your Own Thought) को दिल्ली के इन्विंसिबल पब्लिशर द्वारा प्रकाशित किया गया था। पुस्तक के प्रकाशन होने के बाद ही अमेजॉन पर बेस्ट सेलिंग का टैग मिल गया था।
लेखक
अंशुमन भगत