नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली के वेलकम इलाके में स्कूटी चलाते हुए नाबालिग को पकड़ना एक सिपाही को भारी पड़ गया। दरअसल, पुलिस के नाबालिग को स्कूटी चलाते हुए पकड़ने पर उसने अपनी मां को फोन मिला दिया। कुछ देर में महिला लोनी के एक घोषित बदमाश को लेकर पुलिस बैरिकेड पर पहुंच गई और बेटे को पकड़ने वाले सिपाही पर तीन-चार थप्पड़ जड़ दिए। सिपाही के विरोध करने पर बदमाश ने भी उन्हें पीट दिया। पीड़ित की सूचना पर थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और दोनों आरोपितों को काबू किया।
पीड़ित सिपाही रविंद्र के बयान पर पुलिस ने ड्यूटी के दौरान सरकारी कर्मचारी को पीटने, सरकारी कार्य में बाधा डालने सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर नाबालिग की मां तैय्यबा और उसके परिचित गुलजार को गिरफ्तार कर लिया। महिला आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिम लीग (एआइएमआइएम) पार्टी से जुड़ी हुई है।
पुलिस के अनुसार रविंद्र दिल्ली पुलिस में सिपाही हैं। अभी उनकी तैनाती वेलकम थाने में है। बृहस्पतिवार को शाम पांच से रात 12 बजे तक उनकी ड्यूटी ईदगाह पुलिया 66 फुटा रोड पर पुलिस बैरिकेड पर लगी थी। वह अपने साथी सिपाही मुकेश के साथ वहां वाहनों की जांच कर रहे थे। रात आठ बजे एक स्कूटी पर दो नाबालिग आ रहे थे। इस पर रविंद्र ने इशारा करके उन्हें रुकने के लिए कहा तो वे भागने लगे। उसी दौरान एक वाहन से उनकी स्कूटी टकरा गई जिससे दोनों गिर गए। इसके बाद मुकेश ने दोनों को पकड़कर रविंद्र को सौंप दिया।
इस दौरान सिपाही रविंद्र ने स्कूटी चलाने वाले नाबालिग से वाहन के कागजात मांगे, तो वह पुलिसकर्मी से बहस करने लगा। बैरिकेड से कुछ दूर जाकर उसने अपनी मां को फोन कर दिया। आरोप है कि कुछ देर के बाद नाबालिग की मां अपने एक परिचित के साथ बैरिकेड पर पहुंची। नाबालिग ने रविंद्र की ओर इशारा करके कहा कि इसी ने स्कूटी रोकी है। महिला ने सबक सिखाने की बात कहते हुए उन्हें तीन-चार थप्पड़ जड़ दिए। उन्होंने विरोध किया तो महिला के साथ आए बदमाश ने भी उनके साथ मारपीट की। वहीं, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महिला एक राजनीतिक पार्टी से निगम चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। जबकि, उसका परिचित गुलजार लोनी का घोषित बदमाश है। उसपर दस से अधिक केस दर्ज हैं।