नोएडा। खुद को सिम कार्ड कंपनी के मैनेजर बताकर लोगों से केवाईसी कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के दो बदमाशों को साइबर क्राइम थाना पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों ने इंदिरापुरम निवासी व्यक्ति के खाते से लगभग दो लाख रुपये निकाल लिए थे।
सेक्टर-36 स्थित साइबर क्राइम थाने में सोमवार को साइबर क्राइम एसपी प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने प्रेसवार्ता में बताया कि जुलाई 2021 में इंदिरापुरम गाजियाबाद निवासी सुबीर शंकर ने साइबर क्राइम थाना नोएडा में शिकायत की थी कि उनके पास सिम कार्ड की केवाईसी कराने का मैसेज आया था। इसके बाद एक व्यक्ति ने उन्हें फोन किया और खुद को सिम कार्ड कंपनी का मैनेजर बताकर उनके मोबाइल फोन में क्विक सपोर्ट एप्लीकेशन डाउनलोड कराई और उसके माध्यम से 21,2967 रुपये निकाल लिए। घटना के बाद से पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी। रविवार रात पुलिस टीम ने सूचना के आधार पर दिल्ली करोल बाग से गिरोह के सरगना गिरिडीह झारखंड निवासी प्रदीप मंडल और नांगलोई दिल्ली निवासी मोनू बंसल को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के पास से दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
पुलिस पूछताछ में आरोपी प्रदीप मंडल ने बताया कि वह कक्षा 12 तक पढ़ा है। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर अब तक लगभग 20 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। पुलिस को आरोपियों के दो खातों के बारे में जानकारी मिली है जिनमें लगभग एक करोड़ से अधिक रुपये हैं। पुलिस टीम आरोपियों के अन्य खातों के बारे में भी जानकारी करने में जुटी है। पुलिस ने बैंकों से भी जानकारी मांगी है।
एप डाउनलोड कराकर जालसाजी
साइबर थाना पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपी लोगों को सिम कार्ड की केवाईसी अपडेट कराने और पेंशनरों की पेंशन ऑनलाइन अपडेट करने के लिए मैसेज भेजते थे। इसके बाद ये लोग पीड़ितों से फोन पर संपर्क कर अपने झांसे में लेकर उनके मोबाइल फोन में रिमोट एप्लीकेशन डाउनलोड करवा लेते थे और उनके मोबाइल फोन का एक्सेस ले लेते थे। इसके बाद आरोपी नेट बैंकिंग के माध्यम से लोगों के रुपये अपने बैंक खाते में ट्रांसफर कर लेते थे।