यूपी के संभल में पुलिस ने बुधवार को दिल्ली विधानसभा में AAP के चीफ व्हिप दिलीप कुमार पांडेय की गाड़ी से तिरंगा उतार दिया. इसके बाद AAP कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर तिरंगे का अपमान करने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. इस दौरान उनकी पुलिस के साथ नोकझोक भी हुई. AAP के इस काफिले में दिल्ली पांडेय के अलावा दिल्ली की बुराड़ी के विधायक संजीव झा भी थे.
संभल सदर कोतवाली पुलिस के मुताबिक उन्हें सूचना मिली कि सराय के पास बहजोई की तरफ से तिरंगा लगी हुई तीन लग्जरी गाड़ियां आ रही हैं, जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने गाड़ियों के काफिले को रोककर एक कार पर लगे तिरंगे को लेकर कार चालक से अनुमति मांगी तो कार चालक अनुमति नहीं दिखा सका. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने गाड़ी पर लगा तिरंगा उतरवा दिया.
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जानकारी के मुताबिक गाड़ियां रोकने और उस पर लगे तिरंगे को उतारने से नाराज AAP नेताओं ने पहले पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा से फोन पर बात की लेकिन जब बात नहीं बनी तो उन्हाेंने राज्यसभा सांसद संजय सिंह से इसकी शिकायत की. AAP नेता डीजीपी से बात करने की मांग पर अड़े रहे. इस बीच संजय सिंह ने दोनों विधायकों को फोन पर आश्वासन दिया कि दिल्ली विधानसभा से जल्द ही संभल पुलिस को नोटिस भिजवाया जाएगा. इसके बाद मामला शांत हुआ और विधायक गाड़ी में दोबारा झंडा लगाकर रवाना हो गए.
जानकारी देने के बाद भी पुलिस ने उतार दिया तिरंगा
विधायक संजीव झा ने बताया कि हम अपनी पार्टी के कार्यकर्ता के घर एक शोक में आए थे. वहां से लौटते समय पुलिस ने हमारी गाड़ी रुकवाकर उसमें लगे तिरंगे को उतरवाने की बात कही. हमारे पुलिस को कार में दिल्ली विधानसभा के मुख्य सचेतक होने की जानकारी दी. उनके कैबिनेट मंत्री के बराबर दर्जा होने की जानकारी दी गई. बताया गया कि उनको तिरंगा लगाने की अनुमति है, लेकिन पुलिस ने इस बात को नहीं माना. जब हमने एसपी से बात की तो उन्होंने कहा कि इस मामले में एफआईआर होगी.
वर्दी के बीच गुंडों की टीम तैयार कर रहे योगी
संजीव झा ने कहा कि जिस चीफ व्हिप को प्रोटोकॉल दिया जाना चाहिए था, उसको भरी दुपहरी में रोककर अपमान किया जा रहा है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा- मैं योगीजी से कहना चाहता हूं कि आप आईपीएस अधिकारी को ट्रेंड क्योंकि इस तरह से रोककर बेइज्जती करना ठीक नहीं है. हमने अपनी विधानसभा के सचिव से जानकारी लेकर पुलिस को बताया कि किन-किन लोगों को तिरंगा लगाने की अनुमति है, लेकिन ये नहीं माने. योगी यूपी में वर्दी के बीच में कुछ गुंडों की टीम तैयार कर रहे हैं. यह किसी भी तरह से ठीक नहीं है. आईपीएस को यह गुंडागर्दी नहीं करनी चाहिए. इस मामले में लोकल पुलिस के बजाय एसपी की गलती है.
संजय सिंह ने पुलिस से की शिकायत
वहीं AAP सांसद संजय सिंह ने ट्वीट किया- यूपी की पुलिस नियम कानून से ऊपर है. दिल्ली विधान सभा के मुख्य सचेतक भाई दिलीप पांडेय की गाड़ी संभल पुलिस ने जबरन रोक ली है. यूपी पुलिस घटना का संज्ञान लें.
लिखित में पत्र मिला होता तो प्रोटोकॉल देते
एसपी चक्रेश मिश्रा का कहना है कि गाड़ियों पर भारत का झंडा लगाने की इजाजत बहुत कम लोगों को होती है. इसी को लेकर गाड़ी को रोका गया था तो उनके द्वारा जानकारी दी गई कि वह दिल्ली विधानसभा के चीफ व्हिप हैं, जिसके बाद उनको जाने दिया गया है. जहां तक उन्हें रोकने का मामला है तो इसको लेकर लिखित में कोई भी पत्र नहीं आया था, नहीं तो उनको प्रोटोकॉल दिया जाता.