गाजियाबाद। राजनगर सेक्टर-10 में अधिवक्ता ने पिता की लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना के वक्त परिजन पैतृक गांव गए हुए थे। वापस लौटने पर उन्हें घटना पता चली। परिजनों का आरोप है कि शादी समारोह में उनके बेटे से दोस्त की कार मामूली रूप से क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसके बाद दोस्त ने अपने साथियों न पूर्व प्रमुख के साथ मिलकर उसके आभूषण व कार छीन ली। इसके बाद आरोपी उनके बेटे से डेढ़ लाख रुपये मांग रहे थे। पुलिस ने पूर्व प्रमुख समेत चार लोगों के खिलाफ लूट, मारपीट व आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया है।
मूलरूप से निवाड़ी थानाक्षेत्र के गांव सौंदा निवासी किसान राकेश त्यागी परिवार के साथ राजनगर सेक्टर-10 में रह रहे हैं। शनिवार को वह पत्नी के साथ पैतृक गांव सौंदा गए हुए थे। घर पर उनका इकलौता बेटा 26 वर्षीय आशीष त्यागी मौजूद था, जो पेशे से अधिवक्ता था। राकेश त्यागी का कहना है कि शनिवार रात में उन्होंने कई बार बेटे का फोन मिलाया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई। रविवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे वह वापस लौटे तो मेन गेट का दरवाजा अंदर से बंद मिला। बेल बजाने और आवाज देने पर भी जब कोई जवाब नहीं मिला तो दरवाजे की कुंडी किसी तरह खोली गई। अंदर जाकर देखा तो फोल्डिंग पलंग पर आशीष का शव लहूलुहान हालत में पड़ा हुआ था। उनकी कनपटी पर गोली लगी हुई और पास में पिस्टल और कारतूस पड़ा था। मामले की जानकारी मिलने पर कविनगर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल की।
दोस्तों व पूर्व प्रमुख कर रहे थे प्रताड़ित
पिता राकेश त्यागी का कहना है कि तीन दिन पहले उनका बेटा आशीष शास्त्रीनगर निवासी दोस्तों संजय राठी, अनुज चौधरी और अक्षय चौधरी के साथ दिल्ली में एक शादी समारोह में गया था। वहां ड्राइविंग करते समय आशीष से दोस्त की कार मामूली रूप से क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसके बाद तीनों दोस्तों ने उसके साथ मारपीट की और उससे सोने का कड़ा, चेन व अंगूठी लूट ली। इसके बाद आरोपियों ने कार ठीक कराने की एवज में उनके बेटे से डेढ़ लाख रुपये की मांग शुरू कर दी। राकेश त्यागी का आरोप है कि उनके बेटे ने कार ठीक कराने काआश्वासन दिया, लेकिन तीनों दोस्तो व शास्त्रीनगर निवासी पूर्व प्रमुख अजयपाल उर्फ अजय प्रमुख ने बेटे की कार भी छीन ली। अजय प्रमुख रालोद के टिकट पर मुरादनगर सीट से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं।
दोस्तों ने बताई प्रताड़ना की दास्तां
आशीष के दो अन्य दोस्तों ने बताया कि शनिवार को आशीष तनाव में था। वह कार छीने जाने को लेकर परेशान था। उसने परिजनों के बाहर लेकर जाने की बात कहते हुए आरोपियों से अपनी कार भी वापस मांगी थी, लेकिन उन्होंने साफ इनकार कर दिया। दोस्तों का कहना है कि शनिवार रात दो बजे उन्होंने आशीष को घर छोड़ा था। इसके आधा घंटे बाद आशीष को फोन किया तो वह जागा हुआ था। तनाव में देखकर उन्होंने रविवार सुबह थाने में एफआईआर दर्ज कराने की बात कही थी। लेकिन आशीष ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।
सेक्टर-10 में अधिवक्ता द्वारा सुसाइड करने के मामले में परिजनों ने शिकायत दी है। शिकायत के आधार पर पूर्व प्रमुख अजयपाल उर्फ अजय प्रमुख के अलावा संजय राठी, अनुज चौधरी और अक्षय चौधरी के खिलाफ लूट, मारपीट व आत्महत्या के लिए विवश करने का केस दर्ज कर लिया गया है। जांच कर आगामी कार्रवाई की जाएगी।- अवनीश कुमार, सीओ कविनगर