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शादी के बाद बेटी की हरकत से खौल उठा पिता का खून, प्रेमी का अपहरण करवाकर उतारा मौत के घाट

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उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के बेलीपार से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक शादीशुदा युवती के प्रेमी की बेरहमी से हत्या कर दी गई. आरोप युवती के पिता पर लगाया गया है. विवाहित युवती को उसका प्रेमी बार-बार अपने साथ लेकर चला जा रहा था. बेटी के जाने से उसका पिता बार-बार परेशान हो गया. एक दिन पिता ने बेटी के प्रेमी को पकड़ लिया और गड़ासे से काटकर मार डाला. शव को बांसगांव-उरुवा थाना क्षेत्र की सीमा पर स्थित झाड़ियां के बीच फेंक दिया. इसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस ने 10 ज्ञात व तीन अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही घटना में शामिल बोलोरो गाड़ी व गड़ासे को अपने कब्जे में ले लिया.

बेलीपार के चंदौली के बुजुर्ग गांव के रहने वाले जयेश निषाद था. 2022 के पंचायत चुनाव में उसने प्रधान प्रत्याशी संतोष का प्रचार प्रसार कर रहा था. उसके विपक्ष में अखिलेश सिंह मैदान में थे. एक दिन जयेश का अखिलेश सिंह से कहा सुनी हुई और उसने तमंचे से फायर कर दिया. छर्रा अखिलेश सिंह के गले व सीने पर लगा था. उनके चचेरे भाई राकेश ने जयेश के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. पुलिस ने उस मामले में जयेश, उसके पिता और संतोष के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की थी. उस मामले को लेकर अखिलेश सिंह का परिवार जयेश से दुश्मनी रखता था.

दूसरी तरफ गांव के रहने वाले सूर्यनाथ यादव की बेटी से जयेश का प्रेम संबंध था. इस बात को लेकर सूर्यनाथ का परिवार भी जयेश से दुश्मनी रखता था. जयेश की मां सलहन्ता देवी ने पुलिस को बताया कि अखिलेश व सूर्यनाथ दोनों हमारे बेटे को रास्ते से हटाने के लिए मिल गए थे. चंदौली बुजुर्ग के रहने वाले जयेश के पिता राम हजूर और छोटा भाई हैदराबाद में रहकर काम करते हैं. गांव पर सलहन्ता देवी और जयेश रहते थे. इसी दौरान गांव की लड़की से जयेश का प्रेम संबंध हो गया.

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एक ही गांव के रहने वाले थे

दोनों प्रेमी एक ही गांव और दो जाति के थे. ऐसे में जब गांव में बदनामी होने लगी तो पिता ने बेटी की शादी 26 फरवरी, 2024 को खजनी के एक गांव में कर दी. युवती के पिता सूर्यनाथ यादव ने बताया कि वह राजकोट में काम करते हैं. बेटी की शादी करने के बाद वह वापस अपने काम पर चले गए. इसी बीच बीते दो अगस्त को जानकारी मिली कि उनकी पुत्री ससुराल से गायब हो गई. मेरे समधी ने बहू के गुमशुदगी का केस खजनी थाने में दर्ज कराया, लेकिन अगले ही दिन तीन अगस्त को मेरी बेटी ससुराल वापस पहुंच गई.

ससुरालवालों से हुआ झगड़ा

कुछ दिन रहने के बाद उसका विवाद ससुराल वालो से हो गया और वह पांच अगस्त को मायके आ गई. इस तरह की घटनाओं से मुझे आशंका थी कि इस कांड में जयेश का हाथ है, तो मैं सात अगस्त को राजकोट से गांव वापस आ गया. 23 अगस्त को मेरी पत्नी बेटी के साथ गांव में जा रही थी इसी दौरान जयेश ने मेरी पत्नी को धक्का देकर बेटी को लेकर भाग गया. इस मामले में भी अपहरण का केस जयेश पर दर्ज था, लेकिन बेटी की बारामदगी अभी तक नहीं हो पाई थी. ऐसे मुझे पता चला कि जयेश मेरी बेटी से एक मंदिर में शादी कर शहर में कमरा लेकर वहीं रहता है. यही नहीं उसने कोर्ट में एप्लीकेशन भी दे दिया था कि हम दोनों बालिग हैं और मंदिर में शादी कर लिए हैं. ऐसे में मेरे ऊपर दर्ज अपहरण का केस खत्म किया जाए.

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बेटी की फोटो देखकर गुस्सा होता

सूर्यनाथ यादव ने पुलिस को बताया कि इस दौरान जयेश सोशल मीडिया पर मेरी बेटी के साथ अपना फोटो भी डालता रहता था, जिसे देखकर मेरा खून खौल जाता था. कल हमें जानकारी मिली कि जयेश बेलीपर कस्बे की एक दुकान पर बैठा है. वहां पहुंचने पर पता चला कि वह भीटी मार्ग की ओर निकला है. इसकी जानकारी होने पर हम लोगों ने बोलेरो गाड़ी से उसका पीछा किया. कुछ दूर जाने पर वह मिल गया तो उसे पकड़ कर उसके सिर पर गड़ासे से हमला कर दिया.

वह घायल हो गया तो उसे गाड़ी में लाद कर हम लोग लेकर चले गए और बांसगांव- उरुवा थाने की सीमा पर स्थित तुर्रा नाले के पास उसे गाड़ी से उतरा दिया, अभी उसकी सांसे चल रही थी. उसके बाद उसके सिर और गले पर फिर ताबड़तोड़ हमला किया, क्योंकि मैं रास्ते के इस कांटे को हमेशा के लिए खत्म कर देना चाहता था. पूरी तरह से उसका शरीर शांत हो गया तो उसे पास की झाड़ियों में फेंक दिया.

सीसीटीवी फुटेज से हुई पहचान

पुलिस ने बताया कि युवक के हत्या की जैसे ही सूचना मिली तीन थानों की पुलिस हरकत में आ गई. सीसीटीवी फुटेज निकालकर गाड़ी के नंबर के जरिए आरोपियों की पहचान हुई. ऐसे में सूर्यनाथ यादव को हिरासत में लेकर जब पूछताछ किया गया तो उसने सारा घटनाक्रम एक सिरे से बता दिया.

प्रदीप ने फोन कर बोला चाचा बदला ले लिया गया:- 2022 के पंचायत चुनाव में जयेश ने अखिलेश सिंह के ऊपर तमंचे से फायर किया था. इस नाते अखिलेश सिंह और सूर्यनाथ यादव दोनों ने मिलकर मेरे बेटे की हत्या कर दी. जयेश की मां सलहन्ता देवी ने बताया कि घटना के बाद अखिलेश के भतीजे प्रदीप ने फोन करके अपने चाचा को सूचना भी दी थी कि चाचा मैं बदला ले लिया, जिसने आपके ऊपर गोली चलाई थी और आपको छर्रा लगा था, उसको हम लोगों ने गड़ासे से काट दिया है. सलहन्ता देवी ने बताया आरोपी पक्ष के लोग मुझे भी मारने की धमकी दे रहे हैं.

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एसपी दक्षिणी जितेंद्र कुमार ने बताया कि मृतक जयेश की मां सलहन्ता देवी की शिकायत पर सूर्यनाथ यादव, अखिलेश सिंह, रामप्रवेश, नन्ही, प्रदीप सिंह उर्फ पिंटू, बैजनाथ यादव, संगम यादव, अमन यादव, सोमनाथ यादव के अलावा तीन अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. इस मामले में मुख्य आरोपी सूर्यनाथ, सोमनाथ, अमन और रामप्रवेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त गड़ासा व बोलेरो गाड़ी को कब्जे में ले लिया है.

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