यूपी के उन्नाव में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर डबल डेकर बस और टैंकर के बीच हुई टक्कर में 18 लोगों की मौत के बाद सियासत गरमा गई है. विपक्ष सरकार को घेर रहा है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी सवाल उठाए हैं. इस बीच हादसे की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. जिस बस में इतने सारे यात्री सवार थे उसका इंश्योरेंस तक नहीं हुआ था और न ही बस का फिटनेस सर्टिफिकेट था.
घटना के बाद योगी के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह एक्शन में आ गए हैं. उन्होंने आजमगढ़ में औचक निरीक्षण किया जिसमें जांच के बाद कई बसों की सीज किया गया है. आजमगढ़ में परिवहन विभाग की कारवाई में लगभग डेढ़ दर्जन अवैध गाड़ियां पकड़ी गईं। खुद परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने ऑन स्पॉट इन गाड़ियों को सीज कराया.
दयाशंकर सिंह ने ‘आज तक’ को बताया ये गाड़ियां नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, बिहार आदि राज्यों में दर्ज थीं और यूपी में चल रही थीं. अवैध पाई गईं सभी गाड़ियां सीज हुई हैं. फिलहाल, जांच शुरू कर दी गई है. ये लोग नेशनल परमिट लेकर यूपी में वाहन चला रहे थे.
पकड़ी गईं बसें आजमगढ़ से दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद तक चलाई जा रही थीं. इन गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन दूसरे स्टेट का है. गाड़ियों का फिटनेस नहीं है, परमिट भी खत्म हो गया था. बावजूद इसके बसें चलाई जा रही थीं.
इतना ही नहीं का जगह बस चालक यात्रियों को बिना स्टैंड के भी उतारते हुए दिखाई दिए. बसों में क्षमता से अधिक यात्रियों बैठाया गया था. ऐसी लापरवाही की वजह से यूपी में लगातार दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं. इसकी रोकथाम के लिए सरकार तत्पर है. लापरवाही पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा.