उत्तर प्रदेश में शानदार जीत दर्ज करने के बाद अब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़कर राष्ट्रीय राजनीति पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे. अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) आज यानी 11 जून को करहल विधानसभा सीट से इस्तीफा दे सकते हैं. यह जानकारी सूत्रों से मिली है कि अखिलेश यादव ने सैफई के नेताओं के साथ की मीटिंग के बाद यह फैसला लिया है. आज सुबह लखनऊ पहुंचकर अखिलेश विधायक पद से इस्तीफा दे सकते हैं. हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव जीता है. अब वो संसद में अपने 37 सांसदों का नेतृत्व करेंगे.
चाचा शिवपाल होंगे नेता प्रतिपक्ष ?
अखिलेश यादव के दिल्ली की राजनीति में आने के बाद बड़ा सवाल ये है कि यूपी में नेता प्रतिपक्ष का पद कौन संभालेगा. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवपाल यादव को विधायक दल का नेता बनाया जा सकता है. चूंकि, शिवपाल अब विधायक दल में सबसे वरिष्ठतम सदस्य हैं, इसलिए माना जा रहा है कि उन्हें नेता प्रतिपक्ष का पद दिया जा सकता है. फिलहाल, इसपर आखिरी फैसला अखिलेश यादव ही लेंगे.
कन्नौज से बीजेपी को हराकर संसद पहुंच हैं अखिलेश
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कन्नौज संसदीय सीट पर 1,70,922 मतों के अंतर से जीत दर्ज की है. अखिलेश यादव को कन्नौज में 6,42,292 मत मिले जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रत्याशी सुब्रत पाठक को 4,71,370 मत प्राप्त हुए. वहीं, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के इमरान बिन जफर को 81,639 वोट मिले. अखिलेश वर्ष 2000 में कन्नौज सीट पर उपचुनाव में लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. उन्होंने 2004 और 2009 के चुनाव में भी जीत दर्ज की थी.