यूपी में लखनऊ के मलिहाबाद में बीते फरवरी महीने में घर में घुसकर ट्रिपल मर्डर की घटना को अंजाम दिया गया था. इस मामले में गैंगस्टर शिराज खान उर्फ लल्लन खान और उसके बेटे फराज की जमीन को कुर्क कर लिया गया है. पुलिस प्रशासन ने लगभग 33 करोड़ की संपत्ति कुर्क की है, जिसमें वाहन, खेत, सामान और मकान शामिल है. इन्हीं सभी संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई की गई है.
इस मामले में डीसीपी वेस्ट दुर्गेश कुमार ने बताया कि मलिहाबाद क्षेत्र में एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी, इस मामले के आरोपी फराज अहमद की संपत्ति के साथ ही उसके गैंगस्टर पिता सिराज उर्फ लल्लन खान की संपत्ति भी कुर्क की गई है. यह संपत्ति लगभग 33 करोड़ रुपये कीमत की है, जो अवैध गतिविधियों से अर्जित की गई है.
गैंगस्टर पिता सिराज अहमद उर्फ लल्लन और उसके बेटे फराज ने मलिहाबाद में एक ही परिवार के तीन लोगों को गोली मार दी थी. पूरे इलाके में इनका आतंक इतना था कि इनके खिलाफ कोई भी व्यक्ति केस नहीं दर्ज कराता था. ये लोग गैंग बनाकर अवैध तरीके से संपत्ति और धन अर्जित करते थे. इसी को लेकर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है. अवैध संपति को कुर्क भी कर लिया गया है.
बता दें कि लखनऊ के मलिहाबाद में 70 साल के लल्लन खान ने गोलीकांड से तहलका मचा दिया था. लल्लन खान पुराना हिस्ट्रीशीटर है, उसका पासपोर्ट भी बना है और उसका हथियार का लाइसेंस भी है. लल्लन खान के दो बेटे पोलैंड में हैं. गोलीकांड के बाद पुलिस इस बात की जांच में जुटी थी कि इतने मुकदमों के बाद भी लल्लन का लाइसेंस कैसे बना और रेन्यू कैसे हो रहा था.
अपने ही तीन रिश्तेदारों को उतार दिया था मौत के घाट
लल्लन ने अपने ही तीन रिश्तेदारों को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था. इस पूरी घटना का सीसीटीवी वीडियो सामने आया था, जिसमें लल्लन फायरिंग करते दिखा था. ट्रिपल मर्डर की घटना के बाद लोग हैरान थे कि उम्र के इस पड़ाव में लल्लन ने इतनी बड़ी घटना को क्यों अंजाम दिया. लल्लन का पासपोर्ट और असलहे का लाइसेंस किन परिस्थितियों में बना, इसको लेकर लखनऊ पुलिस कमिश्नर एसबी शिरोडकर ने जांच के आदेश दिए थे.
मलिहाबाद काकोरी इलाके का पुराना हिस्ट्रीशीटर है लल्लन खान
लल्लन खान लखनऊ के चौक ठाकुरगंज मलिहाबाद काकोरी इलाके का पुराना हिस्ट्रीशीटर है. साल 1980 में उसका इलाके में दबदबा था. उस पर 12 से ज्यादा केस दर्ज हुए. उसके 2 बेटे विदेश में हैं, एक बेटा साथ रहता है, जो हत्याकांड के समय लल्लन के साथ था. तिहरे हत्याकांड को अंजाम देने के लिए जिस राइफल का इस्तेमाल किया गया था, वह टेलीस्कोपिक राइफल थी, जिसे खुद लल्लन खान चला रहा था.